दुनिया के पूर्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी और छह बार के चैम्पियन रोजर फेडरर ने ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स की मौजूदगी में एकतरफा मुकाबले में फाबियो फोगनीनी को सीधे सेटों में 6-1, 6-3, 6-2 से हराकर विंबलडन के पुरुष एकल वर्ग के तीसरे दौर में जगह बनाई.
महिला वर्ग में अमेरिकी ओपन चैम्पियन और पांचवीं वरीय समंथा स्टोसुर हालांकि दूसरे दौर में ही उलटफेर का शिकार होकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई. आल इंग्लैंड क्लब में पिछली नौ बारियों में स्टोसुर कभी तीसरे दौर से आगे नहीं निकल पाई हैं. उन्हें तीन सेट तक चले कड़े मुकाबले में हालैंड की अरांत्सा रुस के हाथों 2-6, 6-0, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी.
तीसरे वरीय स्विट्जरलैंड के फेडरर ने सिर्फ 74 मिनट में फोगनीनी को बाहर का रास्ता दिखाया. इसके बाद दोनों सेंटर कोर्ट गये जहां चार्ल्स 40 बरस से भी अधिक समय बाद पहली बार आल इंग्लैंड क्लब पहुंचे थे. चार्ल्स के साथ उनकी पत्नी कैमिला भी मौजूद थी.
पीट सम्प्रास के रिकार्ड सात विम्बलडन खिताब के रिकार्ड की बराबरी करने के इरादे से उतरे फेडरर ने अपनी इस जीत के दौरान 13 ऐस और 35 विनर लगाए. उन्होंने पहले दो दौर में अब तक सिर्फ दो गेम गंवाए हैं.
फेडरर ने जीत दर्ज करने के बाद कहा, ‘मैं काफी खुश हूं कि मैं जीता और सेंटर कोर्ट पर वापसी भी की. इस तरह का अहसास होना तथा चार्ल्स और कैमिला को दर्शकों के बीच देखना टेनिस के लिए शानदार है.’
उन्होंने कहा, ‘हमें पहले ही बता दिया गया था कि वे आ रहे हैं और हमें झुकने के लिए कहा गया था. हमने कहा कोई समस्या नहीं.’ पिछले दो साल से यहां क्वार्टर फाइनल में शिकस्त झेलने वाले फेडरर को अगले दौर में फ्रांस के जूलियन बेनेट्यू और अमेरिका के माइकल रसेल के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से भिड़ना है.
वहीं दूसरी तरफ पांचवीं वरीय और 28 वर्षीय स्टोसुर की हार के साथ पुरुष और महिला एकल में आस्ट्रेलिया की चुनौती समाप्त हो गई है.
लेटन हेविट, बर्नार्ड टोमिक, मैथ्यू एबडेन और मारिंको मातोसेविच पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे. वर्ष 1938 के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि कोई भी आस्ट्रेलियाई पुरुष खिलाड़ी एकल वर्ग के दूसरे दौर में जगह नहीं बना सका.
इसके अलावा महिला एकल में कैसी डेलाकुआ, एश्लेग बार्टी, अनास्तासिया रोडियोनोवा और जर्मिला गाज्दोसोवा को भी पहले दौर में शिकस्त का सामना करना पड़ा था जिसके बाद उम्मीदों का दारोमदार स्टोसुर पर था लेकिन उन्होंने भी निराश किया.
पिछले साल न्यूयार्क में सेरेना विलियम्स को हराकर अपने कैरियर में पहली बार ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले स्टोसुर ने पहले सेट गंवाने के बाद दूसरे सेट में लगातार छह गेम जीतकर मुकाबला 1-1 से बराबर कर दिया. आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने हालांकि तीसरे और निर्णायक सेट में एक बार फिर लय गंवा दी जिससे दुनिया की 72वें नंबर की खिलाड़ी रुस ने 3-0 की बढ़त बना ली. स्टोसुर ने इसके बाद रुस की सर्विस तोड़कर वापसी की कोशिश की लेकिन अपनी सर्विस दोबारा गंवा दी. मैच प्वाइंट पर सर्विस कर रही रुस ने दो मौके गंवाए और फिर फोरहैंड नेट पर मारकर स्टोसुर को मौका दिया.
स्टोसुर हालांकि इस मौके का फायदा नहीं उठा सकी और रुस ने उनकी सर्विस तोड़कर सेट और मैच अपने नाम कर लिया.
महिला एकल के ही एक अन्य मैच में फ्रेंच ओपन उप विजेता इटली की 10वीं वरीय सारा एरानी को अमेरिकी क्वालीफायर कोको वांदेवेघे के खिलाफ अपना मैच खत्म करने में सिर्फ सात सेकेंड लगे.
मैच जब शुरू हुआ तब एरानी मैच प्वाइंट पर थी लेकिन उन्हें कोई शाट नहीं खेलना पड़ा क्योंकि उनकी विरोधी ने डबल फाल्ट करके सेट और मैच 6-1, 6-3 से उनकी झोली में डाल दिया.
इस बीच हीथर वाटसन पिछले 10 साल में तीसरे दौर में जगह बनाने वाली ब्रिटेन की पहली महिला खिलाड़ी बनी. इस युवा खिलाड़ी ने अमेरिका की जेमी हैम्पटन को 6-1, 6-4 से हराया. महिला एकल के अन्य मुकाबलों में विम्बलडन की सबसे उम्रदराज 41 बरस की जापान की किमिको डेट क्रुम पहले दौर में ही उक्रेन की कैटरीना बोंडारेंको के हाथों 5-7, 6-3, 6-3 की शिकस्त के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गई. दुनिया की 82वें नंबर की खिलाड़ी किमिनो ने दो घंटे से कुछ कम चले मैच के दौरान 21 ब्रेक प्वाइंट दिए.
इसके अलावा स्लोवाकिया की 13वीं वरीय डोमीनिका सिबुल्कोवा उलटफेर का शिकार होकर चेक गणराज्य की क्लारा जाकोपालोवा के हाथों 4-6, 1-6 की शिकस्त के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गई जबकि जर्मनी की 15वीं वरीय सैबिने लिसिकी ने सर्बिया की बोजाना जोवानोवस्की को 3-6, 6-2, 8-6 से हराकर अगले दौर में जगह बनाई.