पी संगमा के दावे और आपत्तियों को खारिज करते हुए सरकार ने कहा कि संप्रग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी ने नामांकन दाखिल करने से पहले भारतीय सांख्यिकीय संस्थान के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था और वे लाभ के किसी पद पर नहीं हैं.
संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा, ‘उन्होंने (प्रणब मुखर्जी) अपना नामांकन दाखिल करने के एक सप्ताह पहले, 20 जून को भारतीय सांख्यिकीय संस्थान के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था.
संगमा खेमे ने राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी से मांग की कि प्रणब मुखर्जी का नामांकन रद्द किया जाना चाहिए, क्योंकि वह लाभ के पद पर आसीन हैं.
इस मांग के कुछ कुछ ही देर बाद बंसल का यह बयान आया है. बंसल इस चुनाव में प्रणब मुखर्जी के अधिकृत प्रतिनिधि हैं. उन्होंने कहा कि संगमा खेमे की इस मांग के बाद वह और गृह मंत्री पी चिदम्बरम प्रणब मुखर्जी से मिले. मुखर्जी ने उन्हें बताया कि वह नामांकन दाखिल करने से काफी पहले इस्तीफा दे चुके हैं.
बंसल ने कहा, ‘प्रणब मुखर्जी मंगलवार अपराहन तीन बजे तक निर्वाचन अधिकारी को अपना लिखित उत्तर देंगे.’ बंसल ने कहा कि संगमा का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत और कानूनी रूप से नहीं टिकने वाला है.