परवेज मुशर्रफ के एक सहयोगी ने कहा कि बेनजीर भुट्टो हत्याकांड के सिलसिले आतंकवाद निरोधी अदालत से जारी गिरफ्तारी वारंट के बावजूद पूर्व पाकिस्तानी सैन्य तानाशाह अदालत में पेश नहीं होंगे.
वारंट जारी होने के कुछ ही घंटे बाद मुशर्रफ के कानूनी सलाहकार मोहम्मद अली सैफ ने कहा कि उनपर (मुशर्रफ पर) अदालत में पेशी की कोई जिम्मेदारी नहीं है. कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मुशर्रफ अगली सुनवाई पर न्यायाधीश के समक्ष पेश नहीं होते हैं तो अदालत के पास उनके खिलाफ कार्रवाई करने का विकल्प है.
विशेषज्ञों का कहना है कि आरोप पत्र में मुशर्रफ को मुख्य आरोपी नहीं बनाया गया है और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है.
पाकिस्तान बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष मिर्जा अजीज अकबर बेग ने कहा कि अगर वह अदालत में पेश नहीं होना चुनते हैं, वह खतरा उठा कर करेंगे. बेग ने कहा कि अदालत अनुपस्थिति में मुशर्रफ के खिलाफ कार्यवाही संचालित कर सकती है और अगर अपराध से उनको जोड़ने वाला कोई सबूत मिलता है तो आदेश भी जारी कर सकती है.