दिल्ली उच्च न्यायालय ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों से विकास यादव का मेडिकल रिकॉर्ड पेश करने को कहा जो नीतीश कटारा हत्याकांड में दो अन्य के साथ उम्रकैद की सजा काट रहा है.
अदालत ने यह आदेश एक याचिका पर दिया जिसमें कहा गया था कि विकास यादव ने अपने वित्तीय एवं राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए 87 बार अस्पतालों का दौरा किया. न्यायमूर्ति गीता मित्तल और न्यायमूर्ति वीके शाली की पीठ ने सुनवाई टालते हुए कहा, ‘जेल अधीक्षक को दोषी विकास यादव के सभी चिकित्सा रिकॉर्ड पेश करने का निर्देश दिया जाता है.’
पीठ ने कहा, ‘जेल अधीक्षक को यह निर्देश भी दिया जाता है कि वह इस बारे में रिपोर्ट सौंपें कि क्या अन्य कैदियों को भी विकास यादव की तरह अस्पतालों के दौरे की अनुमति दी गई है.’ अदालत का आदेश नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा की याचिका पर आया. उन्होंने जेल अधिकारियों तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को यह निर्देश दिए जाने का आग्रह किया था कि वे यादव की बीमारियों और अग्रणी अस्पताल के उसके दौरों से संबंधित समूचा रिकॉर्ड पेश करें.
इस बीच अदालत ने उत्तर प्रदेश के विवादास्पद राजनीतिक नेता डीपी यादव के बेटे विकास यादव और उसके चचेरे भाई विशाल यादव को 2008 में निचली अदालत द्वारा सुनाई गई सजा के फैसले के खिलाफ दोनों पक्षों की कुछ अपीलों पर दिल्ली पुलिस तथा अन्य को नोटिस जारी किए. निचली अदालत ने तीसरे आरोपी सुखदेव पहलवान को भी उम्रकैद की सजा सुनाई थी. उस पर अलग से मुकदमा चला क्योंकि वह यादव पर मुकदमे के दौरान फरार चल रहा था.
दोषियों ने जहां उच्च न्यायालय से निचली अदालत के फैसले को पलटने का आग्रह किया वहीं नीलम कटारा और दिल्ली पुलिस ने इसे ‘विरलतम में भी विरल’ श्रेणी का मामला बताते हुए दोषियों को फांसी की सजा देने की अपील की. अदालत ने फैसले के खिलाफ दोनों पक्षों की याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 22 मार्च की तारीख निर्धारित की है.
सुनवाई के दौरान नीलम कटारा के वकील ने कहा, ‘जब से विकास को दोषी ठहराया गया है और उम्रकैद की सजा सुनाई गई है उसने इस तथ्य के बावजूद एम्स तथा अन्य अस्पतालों के 87 दौरे किए हैं कि उसे एम्स रेफर करने के लिए अदालत ने कोई आदेश नहीं दिया था.’ उन्होंने कहा, ‘यह उल्लेख करना प्रासंगिक है कि विचाराधीन तथा सजायाफ्ता कैदियों को दीनदयाल उपाध्याय और लोक नारायण जयप्रकाश अस्पतालों में रेफर किया जाता है. इन अस्पतालों में अच्छी सुविधाएं हैं.’
नीलम कटारा ने अपनी याचिका में तिहाड़ जेल के अधिकारियों से मुद्दे पर आरटीआई के तहत मिले जवाबों का हवाला दिया. उन्होंने अदालत से जेल अधिकारियों को निर्देश दिए जाने का आग्रह किया ताकि दोषी ‘टीबी जैसी बीमारियों के इलाज के लिए एम्स जैसे अग्रणी अस्पतालों में चिकित्सा उपचार का विशेषाधिकार पाने के लिए वित्तीय एवं राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग नहीं कर सकें.’
मामले में सजा पाए लोगों ने विकास यादव की बहन भारती यादव के साथ कथित प्रेम संबंधों की वजह से 16-17 फरवरी 2002 की रात गाजियाबाद में आयोजित एक शादी समारोह से नीतीश कटारा का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी.