राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी केन्द्र (एनसीटीसी) के गठन की वकालत करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि आतंकवादी सीमाओं को नहीं मानते. देश को सुरक्षित बनाने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों को मिलकर काम करना होगा.
प्रस्तावित एनसीटीसी को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में चिदंबरम ने कहा कि आतंकवादी देशों या राज्यों की सीमाओं को नहीं मानते और आतंकवादी खतरा अब भौगोलिक सीमाओं से आगे नये आयाम बना रहा है.
उन्होंने कहा, ‘हमें मिलकर काम करना होगा, साथ मिलकर...राज्य सरकारें और केन्द्र सरकार को मिलकर काम करना होगा, विपक्ष और सत्तापक्ष को मिलकर काम करना होगा. सामाजिक संगठनों और सरकारी संस्थाओं को मिलकर काम करना होगा. मुझे यकीन है कि हम देश को सुरक्षित बना सकते हैं.’
गृहमंत्री ने कहा कि एनसीटीसी सुरक्षा के नये स्वरूप का महत्वपूर्ण स्तंभ होगा. संविधान के तहत आतंकवाद से मुकाबला केन्द्र और राज्य सरकारों की साझा जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा, ‘कई आतंकवादी संगठनों की उपस्थिति कई देशों में है और वे सीमाओं से परे आतंकवादी वारदात करने में सक्षम हैं. आतंकवाद से निपटने के लिए मानव संसाधन ही काफी नहीं होगा, बल्कि इस लडाई में प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण हथियार है.’