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आंदोलन में भीड़ कम, पर जोश ज्‍यादा

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संप्रग सरकार के खिलाफ टीम अन्ना के अनिश्चितकालीन अनशन के दूसरे दिन गुरुवार को आयोजन स्थल पर लोगों की मौजूदगी काफी कम है. इसके बावजूद सरकार से टकराव ओर आंदोलन की धार और तेज होने की उम्‍मीद जताई जा रही है.

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आंदोलन
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भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संप्रग सरकार के खिलाफ टीम अन्ना के अनिश्चितकालीन अनशन के दूसरे दिन गुरुवार को आयोजन स्थल पर लोगों की मौजूदगी काफी कम है. इसके बावजूद सरकार से टकराव ओर आंदोलन की धार और तेज होने की उम्‍मीद जताई जा रही है.

अनशन के पहले दिन बुधवार को भी लोगों की उपस्थिति काफी कम थी और पुलिस के अनुमान के मुताबिक व्यस्त समय के दौरान यहां पर 2,500 से 3,000 व्यक्ति मौजूद थे. टीम द्वारा पहले किये गये प्रदर्शनों में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया था.

पुलिस के मुताबिक, गुरुवार सुबह लगभग 600 लोग वहां मौजूद थे, लेकिन आयोजकों ने लोगों की उपस्थिति बढ़ने की उम्मीद व्यक्त की है. अनशन कर रहे टीम अन्ना के तीन सदस्यों में से एक अरविंद केजरीवाल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक अदालत की सुनवाई में भाग लेने के लिए चले गए. अदालत में केजरीवाल पर सांसदों को ‘अपराधी और बलात्कारी’ कहे जाने के संबंध में मामला दर्ज है. गुरुवार शाम को वे प्रदर्शन में शामिल होंगे.

अदालत जाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर ऐसे लोग संसद में बैठेंगे तब देश का कोई भविष्य नहीं है. उन्होंने कहा ‘मुझे नहीं लगता है कि मैं कुछ गलत कहा है. और अगर सच बोलना देश के खिलाफ है तो मैं परिणाम भुगतने को तैयार हूं.’

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अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मुझे बुलंदशहर की अदालत में पेश होना है और इस बात का जबाव देना है कि मेरे खिलाफ देशद्रोह का मामला क्यों न चलाया जाय? मैं बुलंदशहर जा रहा हूं और शाम को वहां से वापस आकर मैं आपको इस बारे में विवरण दूंगा. उन्होंने कहा ‘मैं जेल जाने को तैयार हूं और जमानत नहीं लूंगा.’

अनशन मंच पर अन्ना हजारे 11 बजे पहुंचे. टीम अन्ना ने बुधवार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संप्रग सरकार के खिलाफ अनशन की शुरूआत की है. कार्यकर्ताओं ने नये राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर हमला किया हालांकि हजारे ने उन पर कोई भी व्यक्तिगत टिप्पणी करने से परहेज किया.

अन्‍ना हजारे ने मजबूत लोकपाल बिल लाने की अपनी मांग दोहरायी है और धमकी दी है कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो ‘जेल भरो’ आंदोलन शुरू किया जाएगा और अगले लोकसभा चुनाव में वह लोगों द्वारा चुने गये प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे.

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