वाराणसी में आतंकियों ने मंगलवार को दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया. हालांकि देश की अंदरुनी सुरक्षा व्यवस्था पहले से बहुत मजबूत हुई है. फिर भी आतंकवादी अपने मंसूबे में कामयाब रहे.
क्या यह सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी का नमूना है? क्या यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की प्रतिबद्धता को कमजोर करने का प्रयास है? क्या यह केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों में तालमेल के अभाव का परिणाम है? क्या यह विस्फोट देश में अशांति फैलाने की कोशिश है? इन्हीं मुद्दों पर आजतक के डिप्टी एडीटर एवं एंकर सुमित अवस्थी से पूछिए सवाल...