जोहरान ममदानी इन दिनों सुर्खियों में हैं. 33 साल के ममदानी न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के लिए पहले इंडियन मुस्लिम डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बन गए हैं. उन्होंने पूर्व गर्वनर एंड्रयू कुओमो को डेमोक्रेटिक मेयरल प्राइमरी में पीछे छोड़ दिया है. इसके अलावा भी उनकी एक विशेष पहचान है, जिस वजह से उनका नाम पूरी दुनिया में छाया हुआ है. (Photo - AFP)
सीरियन मूल की चित्रकार से की है शादी
ममदानी मुस्लिम होने के साथ-साथ इंडियन मूल के हैं. इसके अलावा उनकी पत्नी सीरियाई मूल की है. उन्होंने सीरियाई मूल की कलाकार रमा दुवाजी से शादी की है. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने रिश्ते को लेकर खुलासा किया था कि वो कैसे रमा दुवाजी से मिले थे. उन्होंने बताया था कि दोनों एक डेटिंग एप के माध्यम से मिले थे. (फोटो - रॉयटर्स)
विजुअल आर्टिस्ट है रमा दुवाजी
27 साल की रमा दुवाजी एक चित्रकार हैं. उनका जन्म दमिश्क में हुआ था. इसके बाद वो ब्रुकलिन में रहने आ गईं. उन्होंने न्यूयॉर्क से विजुअल आर्ट में मास्टर डिग्री हासिल की. कुछ दिनों के लिए दुवाजी अपने परिवार के साथ दुबई में भी रही हैं. (फोटो - रॉयटर्स)
भारतीय फिल्म मेकर मीरा नायर है मां
ममदानी की जड़ भारत से जुड़ी हुई हैं. उनका जन्म तो युगांडा के कंपाला में हुआ, लेकिन उनके माता-पिता इंडियन मूल के हैं. मां एक भारतीय फिल्म मेकर हैं. दरअसल, जोहरान ममदानी मीरा नायर के बेटे हैं. मीरा नायर ने 'मानसून वेडिंग'और 'द नेमसेक' जैसी फिल्मों का निर्माण किया है, जिसने की सारे अवार्ड जीते हैं. (फोटो - रॉयटर्स)
इंडियन-युगांडा मूल के हैं पिता
वहीं ममदानी के पिता इंडियन-युगांडा मूल के हैं. उनके पिता का नाम महमूद ममदानी है और वो कोलंबिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. जब जोहरान सात साल के थे, तब उनके पिता ने युगांडा छोड़ दिया था. कुछ दिन तक पूरा परिवार दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में रहा. फिर ये लोग न्यूयॉर्क में आकर बस गए. 2018 में ममदानी को अमेरिकी नागरिका प्राप्त हुई है. (फोटो - पीटीआई)
अफ्रीकाना स्टडीज में स्नातक
जोहरान ममदानी में ब्रोंक्स हाई स्कूल से साइंस की शिक्षा प्राप्त की. वहां उन्होंने पब्लिक स्कूल की पहली क्रिकेट टीम की भी स्थापना की. 2014 में बोडोइन कॉलेज से अफ्रीकाना स्टडी में स्नातक की उपाधि ली. वहां उन्होंने स्टूडेंट्स फॉर जस्टिस इन फिलीस्तीन चैप्टर की भी स्थापना की थी. (फोटो - रॉयटर्स)
ऐसे हुए राजनीतिक सफर की शुरुआत
ममदानी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत क्वींस और ब्रुकलिन में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों के कैंपेन के लिए काम करते हुए की. वह पहली बार 2020 में न्यूयॉर्क असेंबली के लिए चुने गए थे. उन्होंने क्वींस के लंबे समय से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार रहे शख्स को हराया था. (फोटो - रॉयटर्स)
संगीत से भी रहा है लगाव
जोहारान ममदानी का संगीत से भी किसी समय अच्छा-खासा लगाव था. उन्होंने अपनी दादी के सम्मान में 2019 में एक गीत भी बनाया था. इसे काफी लोगों ने पसंद किया था. इससे पहले भी उन्होंने एक गीत बनाया था, जिसके बोल में 'सलाम' शब्द का इस्तेमाल किया गया था. इस एक शब्द को लेकर इनके विरोधियों ने उन्हें न्यूयॉर्क का मुस्लिम होने के कारण चरमपंथी विचारधारा का भी बताया था. (Photo - AFP)