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इस व्यक्ति ने 37 साल पहले बचाई थी हंस की जान, फिर इनकी दोस्ती बन गई मिसाल

हंस और शख्स की दोस्ती दुनिया के लिए मिसाल बन गई. (image-AP)
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तुर्की एक से अनोखा मामला सामने आया है जहां एक हंस और एक शख्स की दोस्ती दुनिया के लिए मिसाल बन गई. तुर्की व्यक्ति को हंस बड़े ही दुखद स्थिति में मिला था. जिसके बाद शख्स ने हंस की जान बचाई और फिर शुरू हुआ उनकी असामान्य दोस्ती का सिलसिला. मानो या न मानो, उनकी दोस्ती लगभग चार दशक से चली आ रही है और अब भी मजबूत होती जा रही है.

ये मामला तुर्की के पश्चिमी एडिरने प्रांत का है.  (image-AP)
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दरअसल, ये मामला तुर्की के पश्चिमी एडिरने प्रांत का है. जहां के रहने वाले सेवानिवृत्त डाकिया रेसेप मिर्जान को  37 साल पहले एक हंस मिला था. मिर्ज़ान अपने कुछ दोस्तों के साथ अपनी कार से कहीं जा रहे थे तभी उन्होंने एक हंस को देखा. हंस खाली मैदान में अपने टूटे हुए पंख के साथ पड़ा हुआ था.

 शिकारियों से बचाने के लिए हंस को मिर्ज़ान अपने घर ले आया. (image-AP)
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मिर्ज़ान ने समय बर्बाद किए बिना शिकारियों से बचाने के लिए हंस को अपने कब्जे में ले लिया और उस दोपहर तक उसे कार में रखा, बाद में, उन्होंने आगे की देखभाल और चिकित्सा के लिए हंस को अपने घर ले आए. टूटा हुआ पंख कुछ दिनों बाद ठीक हो गया और वह फिर से स्वस्थ हो गया. उसने मिर्ज़ान के खेत में रहना शुरू कर दिया और यहां तक ​​कि धीरे धीरे इलाके के अन्य पालतू जानवरों से भी उसकी दोस्ती हो गई.

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हंस और मिर्ज़ान दोस्ती लगभग चार दशक से चली आ रही है. (image-AP)
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वहीं, माना जाता है कि एक हंस की औसत उम्र सिर्फ 12 साल होती है लेकिन वे संरक्षित वातावरण में 30 साल तक रह सकते हैं. इसका मतलब है कि गैरीप नाम का ये हंस एक बहुत ही विशेष पक्षी है. क्योंकि गैरीप की उम्र 37 साल से अधिक हो गई है और गैरीप अभी भी करागाक क्षेत्र में मिर्ज़ान के खेत पर रह रहा है.

मिर्ज़ेन को शाम की सैर के दौरान कंपनी देती है हंस (image-AP)
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उनकी दोस्ती वास्तव में विशेष है क्योंकि यह न केवल समय की कसौटी पर खरी उतरी है बल्कि वर्षों से और भी अधिक मनमोहक बन गई है. ज्यादातर गैरीप को मिर्ज़ेन के साथ खेत में अपने काम करते हुए देखा जा सकता है. वह शाम की सैर के दौरान उसे कंपनी देता है.

गैरीप को अपना बच्चा मानता हैं मिर्जेन. (image-AP)
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मिर्जेन ने स्थानीय मीडिया को बताया चूंकि मैं जानवरों से प्यार करता हूं, इसलिए मैंने खुद से कहा कि मैं उसे लोमड़ियों की तरह छोड़ने के बजाय घर ले जाऊंगा. हम एक-दूसरे के आदी हो गए हैं. हम कभी अलग नहीं हुए. मिर्ज़ान, एक 63 वर्षीय विधुर है. उनका कहना है कि वह गैरीप को अपना बच्चा मानते हैं क्योंकि वह हमेशा उसके प्रति वफादार रहा है. अविश्वसनीय रूप से, उसने कभी खेत से भागने की कोशिश नहीं की. 

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