अमेरिका के कोलेराडो शहर में दिन दहाड़े 10 लोगों की हत्या करने वाले शख्स की पहचान 21 साल के अहमद एलिसा के तौर पर हुई है.अहमद के बारे में एफबीआई को पहले से ही पता था. उसके हिंसक व्यवहार पर भी कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं. वहीं, अहमद के परिवार से जुड़े लोगों का कहना है कि वो मानसिक रूप से बीमार है.
अहमद का जन्म सीरिया में हुआ था. वो हाई स्कूल में रेसलिंग करने के लिए भी पहचाना जाता रहा है. वो तीन साल की उम्र में सीरिया से अमेरिका आ गया था. अहमद पिछले कई सालों से कोलोराडो के अरवाडा में रह रहा था. उसने जिस स्टोर में गोलीबारी की वो उसके घर से तीस मील की दूरी पर है.
सोमवार की दोपहर 2 बजकर 40 मिनट पर उसने किंग सूपर्स ग्रोसरी स्टोर पर ओपन फायरिंग कर दी थी और 10 लोगों को मार गिराया था. उसे लगभग साढे़ तीन बजे कस्टडी में लिया गया था. पहले अस्पताल में उसके जख्मी पैर का इलाज कराया गया और उसके बाद से ही अहमद बोल्डर काउंटी जेल में बंद है.
अहमद ने कोलेराडो के शॉपिंग स्टोर में 10 लोगों की हत्या करने के बाद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था और पुलिस से रिक्वेस्ट की थी कि क्या वो अपनी मां से बात कर सकता है. अहमद के पास से रुगर एआर-556 राइफल और हैंडगन बरामद हुई थी. अहमद ने ये गोलीबारी क्यों की, पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
अहमद के पिछले डेढ़ सालों के फेसबुक पोस्ट्स को खंगालने के बाद पता चला कि वो ज्यादातर पोस्ट्स में गर्लफ्रेंड ना होने की शिकायत करता रहा है, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर कई तरह के बयान देता रहा है और इसके अलावा वो अपने फेसबुक पोस्ट्स में इस्लाम को लेकर भी अपनी राय रखता रहा है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस शख्स के बारे में एफबीआई को पहले से ही जानकारी थी क्योंकि एक केस में जांच के दौरान जिस व्यक्ति से एफबीआई ने पूछताछ की थी, वो व्यक्ति अहमद से जुड़ा हुआ था. अहमद के भाई ने भी एक वेबसाइट के साथ इंटरव्यू में कंफर्म किया है कि अहमद ने ही शॉपिंग स्टोर में अटैक किया था.
अहमद के भाई ने कहा कि वो एक एंटी सोशल व्यक्ति है और लोगों से ज्यादा घुल-मिल नहीं पाता है. इसके अलावा वो चीजों को लेकर डरा सहमा भी रहता था. उसका ये शूटआउट पॉलिटिकल नहीं था और ना ही वो इन हत्याओं के सहारे कोई पॉलिटिकल मैसेज देना चाहता है. वो बस मानसिक रूप से अस्वस्थ है.
वही अहमद को जानने वाले एक शख्स ने बताया कि वो हिंसक किस्म का व्यक्ति था. मार्वल नाम के इस शख्स का कहना था कि एक बार वो रेसलिंग मैच हार गया था और इसके चलते बहुत ज्यादा फ्रस्ट्रेट हो गया था. उसने रेसलिंग रूम में आने के बाद कहा था कि वो सबको मार डालेगा.
मार्वल ने आगे कहा कि किसी ने भी उस पर विश्वास नहीं किया. हम सब वहां हैरान खड़े थे. किसी ने भी कुछ नहीं किया. क्योंकि हमें कोई अंदाजा नहीं था कि वो भविष्य में चलकर इतना खतरनाक कदम उठा सकता है. इसके अलावा एंजेल हर्नान्डेज नाम के व्यक्ति ने भी अहमद के गुस्सैल व्यवहार को लेकर अपनी राय रखी थी.
अहमद इससे पहले भी साल 2017 के आसपास गिरफ्तार हो चुका है. दरअसल एक व्यक्ति अहमद का मजाक बना रहा था जिसके बाद अहमद ने उसे पंच मार दिया था और फिर उसे अरेस्ट कर लिया गया था. जुलाई 2019 में अहमद ने एक फेसबुक पोस्ट किया था जिसमें लिखा था कि अगर ये नस्लभेदी इस्लामोफोबिक लोग मेरा फोन हैक करना बंद करेंगे और मुझे एक सामान्य लाइफ बिताने देंगे तो हो सकता है कि मैं एक नॉर्मल जिंदगी बिता पाऊं.