9वीं में पढ़ने वाले छात्र को बाइक चलाने का मन होता था लेकिन उम्र छोटी होने के कारण पिता ने उसे साइकिल दिलवा दी. लॉकडाउन के दौरान छात्र ने जुगाड़ कर साइकिल में ही इंजन लगाकर बाइक में कन्वर्ट कर दिया. यह मामला मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले का है.
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नरसिंहपुर जिले के आमगांव बड़ा में रहने वाले कक्षा 9 में पढ़ने वाले छात्र को मोटरसाइकिल चलाने का मन होता था. जब उसकी यह चाहत पूरी नहीं हुई तो छात्र ने लॉकडाउन के समय साइकिल को ही मोटरसाइकिल बना दिया.
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छात्र अक्षय राजपूत को कबाड़ के समान से जुगाड़ के समान बनाने का शौक है. अक्षय ने कबाड़ी से पुराना चैम्प गाड़ी का इंजन लिया और साइकिल में जुगाड़ से लगाकर साइकिल को इंजन चलित बना दिया.
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अक्षय के पिता का टेंट हाउस का छोटा सा व्यापार है. बेटे का मोटरसाइकिल लेने का मन हुआ तो पिता ने उम्र छोटी होने के कारण मना कर दिया लेकिन बेटे ने पुराना इंजन साइकिल में फिट करके अपना सपना पूरा कर लिया.
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अक्षय अब गांव में इससे घूमता है तो गांव के लोग इंजन चलित साइकिल को देखते है और अक्षय की तारीफ करते हैं. अक्षय ने इसके पहली भी एक टायर की बाइक बनाई थी, तब 26 जनवरी को कलेक्टर साहब ओर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया गया था.
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अक्षय राजपूत ने बताया कि हमें बाजार जाना होता है, इससे हम कम समय में बाजार जा कर आ जाते हैं. कम पेट्रोल में चलती है. मोपेड गाड़ी है, गियर का काम नहीं है. क्लच दबाओ और चालू हो जाती है. कबाड़ का सामान ले कर यह बनाई है.
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अक्षय के बड़े भाई ने बताया कि वह पापा से जिद करता था कि बाइक लेना है लेकिन पापा उसके छोटे होने के कारण मना कर देते थे. उसके मन में था इसलिए उसने साइकिल में ही इंजन लगाकर बाइक बना दी. इससे पहले 26 जनवरी को वह कलेक्टर साहब और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया गया था क्योंकि उसने एक टायर की बाइक बनाई थी.