कोरोना वायरस के मामले दुनियाभर में बढ़ने के बीच चीन में एक अन्य वायरस से मौत होने की खबर सामने आई है. इस वायरस का नाम हंता वायरस है. बता दें कि हंता वायरस के कई प्रकार होते हैं. चीन में जिस शख्स की मौत हंता से हुई है वह बस से सफर कर रहा था. बाद में बस के अन्य यात्रियों की भी जांच की गई. वहीं, हंता वायरस काफी पुराना वायरस समूह है. यह कई बार अमेरिका में भी लोगों को संक्रमित कर चुका है.
अमेरिका में जो सबसे खतरनाक हंता वायरस पाया जाता है, उसका नाम है - Sin Nombre. यह चूहों की एक खास प्रजाति Deer Mouse से फैलता है. इससे हंता वायरस पल्मनेरी सिंड्रोम (HPS) हो सकता है.
अमेरिका में 1993 से हंता वायरस से होने वाली बीमारियों पर निगरानी की प्रक्रिया शुरू हुई. तब यह वायरस कई क्षेत्रों में फैल गया था.
1995 में अमेरिकी सरकार ने हंता वायरस पल्मनेरी सिंड्रोम (HPS) को उन
बीमारियों की सूची में शामिल किया था जिनकी जानकारी सरकार को देनी जरूरी है.
हालांकि, अमेरिका में 2015 में ये फैसला लिया गया कि हंता वायरस के संक्रमण होने पर अगर HPS नहीं होता है तब भी उसे सरकारी रिकॉर्ड में शामिल किया जाएगा.
अगस्त 2012 में अमेरिका के योसेमिते नेशनल पार्क में घूमने वाले लोगों में हंता वायरस के संक्रमण पाए गए थे. नेशनल पार्क सर्विस ने तब बताया था कि कम से कम 10 लोगों में वायरस मिलने की पुष्टि हुई है.
वहीं, जनवरी 2017 में अमेरिका के 7 राज्यों के 17 लोगों के हंता वायरस से संक्रमित होने का पता चला था. इन 17 मामलों के पीछे हंता वायरस का एक खास प्रकार सिओल वायरस को वजह बताया गया था.