मंत्री ने आगे कहा कि स्ट्रांग रूम तो खोले जायेंगे क्योंकि ये जो भी संपदा है, अगर नवाब ने डिक्लेयर नहीं की है, तो वो सरकार की प्रॉपर्टी बन जाती है. अब ये देखना पड़ेगा कि वो संपत्ति क्या-क्या है. उसका मूल्यांकन होगा और उसकी बाकायदा नंबरिंग होगी. उसके बाद जो भी सामने चीजें आएंगी, सरकार सही निर्णय लेगी, नियम के हिसाब से निर्णय लेगी.