इस मामले में जब अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो किसी ने बात नहीं की. प्रशासन इनकी मदद के लिए तैयार नहीं है. जिस वजह से प्रवासी मजदूर, महिलाएं और बच्चे कड़ी धूप में रहने के लिए मजबूर हैं. दो वक्त का खाना भी इन्हें बड़ी मुश्किल से मिल रहा है.
(Photo Aajtak)