नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन की बहन किम यो-जोंग ने अमेरिकी सरकार को कड़ी चेतावनी दी है. इसके बाद एक बार फिर वह इंटरनेशनल मीडिया में सुर्खियों में आ गई हैं. किम यो-जोंग को नॉर्थ कोरिया का दूसरा सबसे अहम चेहरा भी समझा जाता है.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ कोरिया के सेजोंग इंस्टीट्यूट के विश्लेषक चिओंग सिओंग चांग का कहना है कि किम जोंग उन की बहन पहले से ही नॉर्थ कोरिया की सरकार में प्रभावी भूमिका निभा रही हैं.
theguardian.com की रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग उन की देश और दुनिया में जो छवि है, उसे तैयार करने में उनकी बहन का काफी योगदान समझा जाता है. साउथ कोरिया में 2018 में विंटर ओलंपिक्स के दौरान किम यो-जोंग ने नॉर्थ कोरिया के दल का प्रतिनिधित्व किया था.
नॉर्थ कोरिया के मिलिट्री एक्सरसाइज का जब साउथ कोरिया ने विरोध किया तो मार्च में किम यो-जोंग ने पहली बार सार्वजनिक बयान जारी कर कहा कि साउथ कोरिया 'डरे हुए कुत्ते की तरह भौंक रहा है.' (फोटो में 2018 में साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के साथ किम यो-जोंग)
डोनाल्ड ट्रंप के साथ दो बार आयोजित समिट में भी किम जोंग उन की बहन ने उनका साथ दिया था. Guardian की रिपोर्ट के मुताबिक, सिडनी में इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट में सीनियर लेक्चरर और नॉर्थ कोरिया मामलों के जानकार लिओनिड पेट्रोव का कहना है कि किम यो-जोंग का किम जोंग उन के साथ डायरेक्ट एक्सेस है और यो-जोंग उन पर गहरा प्रभाव भी डालती हैं.