ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने इजरायली नागरिकों को दहशत के साये में जीने को मजबूर कर दिया है. Associated Press की तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि तेल अवीव के एक पार्किंग गैरेज में इजरायली नागरिक डर के मारे छिपे हुए हैं. (फोटो-AP)
16 जून 2025 को तेल अवीव में ईरान के संभावित मिसाइल हमले की चेतावनी के बाद हवाई सायरन बजते ही लोग अपनी जान बचाने के लिए पार्किंग गैरेज और बंकरों में शरण लेने को भागे. Associated Press की तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि तेल अवीव के एक पार्किंग गैरेज में इजरायली नागरिक डर के मारे शरण लिए हैं.( फोटो-AP)
ईरान की ओर से लगातार मिसाइल हमलों की धमकी और हाल के दिनों में हुए हमलों ने इजरायल में आम नागरिकों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. मेहर न्यूज एजेंसी के अनुसार, तेल अवीव में सायरन बजते ही लोग अपने घरों, कार्यालयों और सड़कों से निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे. (फोटो-AP)
इजरायल के कई शहरों, विशेष रूप से तेल अवीव और हाइफा में बम शेल्टर की कमी ने स्थिति को और गंभीर कर दिया है. यूरो न्यूज के अनुसार, तेल अवीव में लगभग 40% इमारतों में आधुनिक सुरक्षा मानकों के अनुरूप शेल्टर नहीं हैं, जिसके कारण लोग खुले गैरेज और अन्य अस्थायी स्थानों में शरण लेने को मजबूर हैं. (फोटो-AP)
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो में दिख रहा है कि लोग रातभर बंकरों और गैरेज में गुजार रहे हैं. एक एक्स पोस्ट में दावा किया गया कि इजरायल के परिवहन मंत्री ने नागरिकों के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि उन्हें 'बड़े पैमाने पर पलायन' का डर है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.(फोटो-AP)
ईरान और इजरायल के बीच तनाव पांचवे दिन भी जारी ह और इसका कोई तत्काल अंत नजर नहीं आ रहा. तेल अवीव की सड़कों पर मलबा और डर का सन्नाटा पसरा है. नागरिकों की सुरक्षा और बंकरों की कमी जैसे मुद्दों ने इजरायल के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है. जैसे-जैसे यह संघर्ष बढ़ रहा है, वैश्विक समुदाय की निगाहें इस क्षेत्र पर टिकी हैं.(फोटो-AP)