गाजियाबाद के एक आलीशान बंग्ले में 'फर्जी दूतावास' चलाया जा रहा था. यहां ऐसी चकाचौंध थी कि अंदर जाने पर यह किसी असली एंबेसी जैसा ही लगता था. पुलिस ने यहां से एक फर्जी राजदूत को भी पकड़ा, जिसका नाम हर्षवर्धन जैन है. (Photo - ITG)
हर्षवर्धन खुद को कुछ माइक्रोनेशन का राजदूत बताता था. उसने खुद को West Arctica, Saborga, Poulvia और Lodonia जैसे माइक्रोनेशन का एंबेसडर घोषित कर रखा था. (Photo - ANI)
इस फर्जी दूतावास से कई सारे फर्जी पासपोर्ट और मुहरें भी बरामद की गई. यहां करीब 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट मिले. इसके अलावा यहां विदेश मंत्रालय की कई सारे नकली स्टाम्प भी बरामद हुए. (Photo - ANI)
इसके अलावा इस फेक एंबेसी में कई देशों की करंसी भी थी. विदेशी करंसी और भारतीय रुपयों की कई गड्डियां यहां से बरामद की गई. इसके अलावा यहां लग्जरी घड़ियों का कलेक्शन भी था. (Photo - ANI)
रेंट पर लिए गए आलीशान कोठी के अंदर का नजारा ही अलग था. इसे एक असली दूतावास का रूप देने वाले सारे साजो सामान वहां मौजूद थे. यहां से कई फर्जी डिप्लोमैटिक लग्जरी गाड़ियों के नंबर प्लेट मिले. इन नंबर प्लेटों की संख्या 18 थी.
जब यूपी एसटीएफ ने वहां छापा मारा तो इस 'फर्जी दूतावास' के सामने स्पेशल डिप्लोमैटिक नंबर वाली महंगी और लग्जरी गाड़ियां खड़ी थी. अंदर पहुंचने पर पुलिस को जो चीजें मिली वो भी कम हैरान करने वाली नहीं थी.
(Photo - ITG)
हर्षवर्धन इस फर्जी दूतावास के जरिए हवाला का काम करता था. इसके साथ ही वह लोगों को विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर दलाली का काम भी करता था. उस पर पहले भी अवैध सैटेलाइट फोन रखने के मामले में मामला दर्ज हो चुका है.
हर्षवर्धन के इस फर्जी दूतावास में कई सारी तस्वीरें भी बरामद हुई. इनमें से कई सारी फोटो मॉर्फ्ड थी, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति कलाम जैसी कई बड़ी हस्तियों के साथ दिखाई दे रहा है. इन्हीं फर्जी तस्वीरों के जरिए वह लोगों को अपने झांसे में लेता था. (Photo - ITG)
इसके अलावा कुछ ऐसी भी तस्वीरें वहां सजी थीं, जिनमें वह वास्तव में कुछ बड़े लोगों से मिला था. इसमें चंद्रास्वामी, आर्म्स डीलर अदनान खगोशी और अन्य ऐसे लोगों के साथ दिखाई दे रहा है, जो किसी समय वांटेड रह चुके हैं. (Photo- ITG)