मेरे पास सिर्फ 10 रुपये और जो कपड़े पहन रखे हैं, यही बचे हैं. ये बात कहते हुए 20 वर्षीय हिंसा पीड़ित ये लड़का अपनी रोती हुई मां को संभालता है. खजूरी खास में रहने वाले मां-बेटे का घर, सामान, पैसे, जेवर, कपड़े, पहचान पत्र आदि सब जल गए. इस लड़के ने बताया कि अब भी मां को सपने आते हैं कि लोग उसे मारने और जलाने आ रहे हैं. (फोटोः बंदीप सिंह)