वैज्ञानिकों ने कहा है कि हो सकता है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन उन लोगों के लिए काम न करे जिन्हें इस बीमारी से सबसे अधिक खतरा है. यानी बुजुर्गों को वैक्सीन से शायद लाभ न मिले. वैज्ञानिकों ने इसके लिए सुझाव दिए हैं कि अगर बुजुर्गों के आसपास रहने वाले लोगों को वैक्सीन देकर इम्यून कर दिया जाए तो उनका खतरा घट जाएगा.
theguardian.com में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, लंदन के इंपीरियल कॉलेज के प्रोफेसर पीटर ओपेनशव ने ब्रिटिश संसद के साइंस एंड टेक्नोलॉजी कमेटी से कहा कि वैक्सीन देने के लिए अलग-अलग ग्रुप को टार्गेट करना होगा.
पीटर ओपेनशव ने कहा- जिन लोगों को सबसे अधिक खतरा है, उन्हें बचाने के लिए हम उनके नजदीक रहने वाले ग्रुप को टार्गेट करके वैक्सीन दे सकते हैं.
ब्रिटिश सोसाइटी ऑफ इम्युनोलॉजी के प्रेसिडेंट अर्ने अकबर ने कहा कि वैज्ञानिकों को ये पता करना होगा कि अधिक उम्र के लोगों के इम्यून सिस्टम में क्या दिक्कत आती है. उन्होंने कहा कि यह चीज साफ है कि अधिक उम्र के स्वस्थ लोगों के शरीर में भी इन्फ्लैमेशन अधिक होता है.
अर्ने अकबर ने कहा कि अधिक उम्र के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमें वैक्सीन के साथ-साथ अन्य चीजों पर भी काम करना होगा. ऐसे लोगों को वैक्सीन के साथ-साथ एंटी इन्फ्लैमेटरी दवा जैसे कि Dexamethasone से लाभ मिल सकता है. लेकिन इसके लिए वैज्ञानिकों को अभी और काम करना होगा.