इसी दिन सुबह हमारे पास फोन आया कि हरीश की मौत हो गई है. हम शव लेने पहुंचे तो उनकी जेब से पर्स, मोबाइल गायब थे. कपड़ों का बैग भी नहीं था. हमने उस समय वहां मौजूद स्टाफ से इस संबंध में कहा तो बोले कि अभी शव ले जाओ, बाद में आकर सामान ले जाना पर सामान बाद में भी नहीं मिला. (प्रतीकात्मक फोटो)