मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता (Renowned social worker) और अनाथ बच्चों की मां' पद्मश्री सिंधुताई सपकाल (Sindhutai Sapkal) का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से पुणे के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. सिंधुताई ने अपने जीवन में 1400 से अधिक बच्चों को अपनाया उनकी मां बन गयी. सिंधुताई के परिवार में उनके 207 जमाई है, 36 बहुएं हैं और 1000 से अधिक पोते-पोतियां हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन अनाथ बच्चों की जिंदगी संवारने में लगा दिया इसलिए लोग उन्हें प्यार से 'अनाथों की मां' कहते थे. पद्मश्री पुरस्कार के अलावा, उन्हें 750 से अधिक पुरस्कार और सम्मान मिले और सम्मान में मिलने वाली पुरस्कार राशि का उपयोग उन्होंने अनाथों के लिए आश्रय बनाने के लिए किया. उन्हीं के प्रयासों का परिणाम रहा कि आज पुणे जिले के मंजरी में एक सुसज्जित अनाथालय है. आइये वीडियो में देखिए हजारों अनाथों की मां सिंधुताई सपकाल की कहानी.