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न बस, न मेट्रो की सवारी ...इस शहर में लोग नदी में तैरकर जाते हैं ऑफिस

स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न में ऑफिस जाने का तरीका दुनिया में सबसे अनोखा है. यहां लोग ट्रैफिक जाम से बचने के लिए आरे नदी में तैरकर दफ्तर पहुंचते हैं. यह सफर न केवल मुफ्त है, बल्कि यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के खूबसूरत नजारों के बीच से गुजरता है.

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आल्प्स के ग्लेशियर से आती ठंडी नदी (Photo: Pexels)
आल्प्स के ग्लेशियर से आती ठंडी नदी (Photo: Pexels)

सुबह-सुबह दफ्तर जाने की हड़बड़ी हो, तो हमारे दिमाग में बस, मेट्रो या अपनी कार का ख्याल आता है. लेकिन दुनिया में एक शहर ऐसा भी है जहां लोग फॉर्मल कपड़े पहनकर बस स्टॉप पर नहीं खड़े होते, बल्कि वॉटरप्रूफ बैग कंधे पर टांगकर सीधे नदी में छलांग लगा देते हैं. यह किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न की हकीकत है. यहां ट्रैफिक जाम में फंसने के बजाय लोग आरे नदी की लहरों पर तैरते हुए अपने काम पर निकल जाते हैं. यहां सफर का यह तरीका इतना आम है कि इसे देखकर सैलानी दंग रह जाते हैं. 

जब सफर की शुरुआत नदी से होती है

बर्न के लोगों के लिए उनका डेली रूट है. गर्मियों के मौसम में यहां नजारा बेहद दिलचस्प होता है. लोग अपने दफ्तर के कपड़े, जूते और लैपटॉप एक खास किस्म के 'वॉटरप्रूफ बैग' में कसकर बंद करते हैं और नदी के फिरोजी रंग के पानी में उतर जाते हैं. यह बैग न सिर्फ सामान को सूखा रखता है, बल्कि इसमें हवा भरी होने के कारण यह पानी में एक फ्लोट यानी ट्यूब की तरह काम करता है, जिसके सहारे लोग मजे से बहते हुए अपनी मंजिल तक पहुंच जाते हैं.

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ग्लेशियर का साफ और ठंडा पानी ताजगी से भर देता है

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तैरते हुए दफ्तर जाना सुनने में जितना एडवेंचरस लगता है, उसके पीछे की वजह भी उतनी ही खास है, क्योंकि आरे नदी का पानी आल्प्स के पहाड़ों पर जमी बर्फ (ग्लेशियर) से पिघलकर आता है. यही वजह है कि इसका रंग बिल्कुल साफ और दूधिया-नीला दिखता है. गर्मियों में जब बाहर का तापमान बढ़ता है, तब भी इस नदी का पानी 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, जो शरीर को गजब की ताजगी देता है. हालांकि, नदी का बहाव काफी तेज होता है, इसलिए यह रोमांच सिर्फ उन्हीं के लिए है जो अच्छे तैराक हैं. जो लोग तैरना जानते हैं, उनके लिए यह सफर किसी लग्जरी राइड से कम नहीं होता.

ऐतिहासिक इमारतों के बीच से गुजरता बेहद खूबसूरत रास्ता

इस अनोखे सफर के दौरान लोग शहर के उन हिस्सों को देखते हैं, जो सड़कों से नहीं दिखते. जैसे ही आप पानी के साथ बहना शुरू करते हैं, तो आप बर्न के उस हिस्से से गुजरते हैं जिसे 'यूनेस्को ओल्ड टाउन' कहा जाता है. पानी की सतह से मध्ययुगीन काल के पुराने पुलों और स्विट्जरलैंड की भव्य संसद को देखना एक जादुई अनुभव होता है. बर्न में आइखोल्ज से लेकर मार्जिली तक का रास्ता सबसे मशहूर है. लोग आइखोल्ज से पानी में उतरते हैं और बहाव के साथ बहते हुए मार्जिली लिडो तक जाते हैं, जो संसद भवन के ठीक नीचे स्थित एक शानदार बाथिंग स्पॉट है. मजे की बात यह है कि यह पूरा अनुभव बिल्कुल मुफ्त है, लेकिन यहां जाने से पहले एक जरूरी बात का ध्यान रखना पड़ता है.

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मौसम और वक्त का सही चुनाव करना है बेहद जरूरी 

बर्न में नदी का लुत्फ उठाने का सबसे सही समय वसंत के अंत से लेकर गर्मियों के खत्म होने तक रहता है. सर्दियों में पानी बर्फ जैसा ठंडा होता है, इसलिए तब यह मुमकिन नहीं. साथ ही, अगर आप साल 2025 के आखिरी महीनों में जाने का प्लान बना रहे हैं, तो थोड़ी सावधानी बरतनी होगी. बाढ़ सुरक्षा और मरम्मत के काम की वजह से सितंबर 2025 से लेकर वसंत 2026 तक नदी के कुछ हिस्सों में आवाजाही पर रोक लग सकती है. इसलिए, अगली बार जब आप स्विट्जरलैंड जाएं, तो अपना स्विमिंग गियर साथ रखना न भूलें.

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