शहर के शोरगुल से दूर शांत माहौल में अगर आप छुट्टी मनाने का शौक रखते हैं, तो नैनीताल से 56 किलोमीटर दूर स्थित,पहाड़ों के बीच बसा एक मनोरम हिल स्टेशन रानीखेत बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. जहां नैनीताल में भीड़ नजर आती है, वहीं रानीखेत बेहद शांत इलाका है. कुमाऊं क्षेत्र का यह खूबसूरत हिल स्टेशन समुद्र तल से 1,800 मीटर की ऊंचाई पर बसा है. बॉलीवुड की फिल्मों में इसके प्राकृतिक सौंदर्य को बार-बार दिखाया गया है, जो इसे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाता है. शहर के प्रदूषण और भीड़भाड़ से दूर, हिमालय की शानदार पहाड़ियां आपको अपनी ओर खींचती हैं.
1869 में अंग्रेजों ने रानीखेत में कुमाऊं रेजीमेंट का मुख्यालय स्थापित किया था, गर्मियों में अंग्रेज इस ठंडी और शांत जगह को पसंद करते थे और यहां छुट्टियां मनाने आते थे. यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि रानीखेत को न केवल प्राकृतिक सौंदर्य के लिए बल्कि सांस्कृतिक महत्व के लिए भी खास बनाती है.
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दिल्ली से रानीखेत की रोड ट्रिप एक शानदार अनुभव हो सकता है. करीब 8 घंटे का यह सफर जंगलों और पहाड़ों के बीच से होकर गुजरता है, जो यात्रा को यादगार बनाता है. यह स्थान सड़क यात्रा प्रेमियों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है, जहां आप प्रकृति का आनंद ले सकते हैं.
झूला मंदिर: 700 साल पुराना यह मंदिर अपनी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है.
हैदाखान बालाजी मंदिर: यह मंदिर अपनी शांति और आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है.
नंदा देवी रेंज: मंदिरों से आसपास के हिमालयी दृश्य, खासकर नंदा देवी रेंज, देखने लायक है.
शीतलखेत: रानीखेत से लगभग एक घंटे की दूरी पर स्थित, यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है.
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हवाई मार्ग से अगर रानीखेत जाना है तो निकटतम एयरपोर्ट पंतनगर है, जो यहां से 119 किलोमीटर दूर है. एयरपोर्ट से आप शेयरिंग टैक्सी या निजी टैक्सी किराए पर लेकर रानीखेत पहुंच सकते हैं.
अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो रानीखेत से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. स्टेशन से बस या टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है, जिसके माध्यम से आप रानीखेत जा सकते हैं.
रानीखेत में बजट होटल के साथ-साथ कई होम स्टे आपका एक हजार रुपये के शुरुआती कीमत पर मिल जाएगा. वहीं यहां कई सरकारी गेस्ट हाउस भी है जहां आप कम बजट में भी रह सकते हैं.
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