हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत नजारों की तो अक्सर चर्चा होती है, देश और दुनिया भर से लोग वहां घूमने जाते हैं, लेकिन बिहार में भी कई ऐसी जगहे हैं जहां आपको प्रकृति के खूबसूरत नजारों को देखने का मौका मिलेगा. जिसे न आप गूगल करते हैं, न ही किसी ट्रैवल ब्लॉग में पढ़ते हैं. यहां पहाड़ भी हैं, घाटियां भी, ट्रैकिंग ट्रेल भी और गुफाएं भी. इस जगह का नाम है जेठियन घाटी.
पटना से करीब 130 किलोमीटर दूर, गया जिले की गोद में बसी है जेठियन घाटी. राजगीर से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस सुकून भरे ठिकाने को चारों तरफ से घने पहाड़ों, हरियाली और ठंडी हवा ने जैसे संवार दिया है. यहां की फिजा में एक अलग ही ठहराव है, जो मन को शांति और सुकून का एहसास कराता है. गर्मी हो या सर्दी, जेठियन घाटी हर मौसम में दिल जीत लेती है.
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इस घाटी का नाम सिर्फ उसकी खूबसूरती से नहीं, बल्कि इसके धार्मिक महत्व से भी जुड़ा है. कहा जाता है कि भगवान बुद्ध यहां दो बार आए थे. एक बार ज्ञान की तलाश में और दूसरी बार ज्ञान मिलने के बाद. इतना ही नहीं गौतम बुद्ध ने इस जगह पर महीनों तक प्रवचन भी दिए थे. इसलिए ये जगह बौद्ध धर्म के लोगों के लिए भी बहुत पवित्र मानी जाती है.

जेठियन घाटी पहुंचने के लिए पहाड़ पर बनी सड़क से गुजरना होता है. रास्ते में जो नजारे दिखते हैं, वो आपका मन मोह लेते हैं. यही वजह है कि यहां लोग फोटो खिंचवाने और शांति की तलाश में आते हैं.
अगर आप जेठियन घाटी जाना चाहते हैं, तो गया से 45 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी. यहां तक आप ट्रेन से भी पहुंच सकते हैं. गया से राजगीर के लिए ट्रेन चलती है, जिसमें बैठकर आप जेठियन स्टेशन पर उतर सकते हैं. सड़क से जाना हो तो गया-गहलौर-राजगीर मार्ग से भी पहुंच सकते हैं.

जेठियन घाटी के आसपास कई मशहूर स्थल हैं. यहां से करीब 15 किमी दूर राजगीर का जंगल सफारी और ग्लास ब्रिज है. इसके अलवा लगभग 12 किमी की दूरी पर दशरथ मांझी की ऐतिहासिक गहलौर घाटी स्थित है. वहीं, तपोवन का गर्म जलकुंड सिर्फ 4.5 किमी दूर है. इन सभी स्थलों की निकटता जेठियन घाटी को पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बना देती है, जहां प्रकृति, इतिहास और रोमांच एक साथ महसूस होता है.
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