यूरेनस
यूरेनस (Uranus) सूर्य से सातवां ग्रह है (Seventh Planet from Sun). इसका नाम आकाश के ग्रीक देवता, यूरेनस से लिया गया है. इसका तीसरा सबसे बड़ा planetary radius और सौर मंडल में चौथा सबसे बड़ा planetary mass है. यूरेनस संरचना में नेपच्यून के समान है, और दोनों में थोक रासायनिक संरचना है जो बड़े गैस जाइंट बृहस्पति और शनि से अलग है. इस कारण से, वैज्ञानिक अक्सर यूरेनस और नेपच्यून को अन्य विशाल ग्रहों से अलग करने के लिए "बर्फ जाइंट" के रूप में बताया है.
गैस जाइंट (Gas Giant) की तरह, बर्फ जाइंट (Ice Giant) में भी एक अच्छी तरह से परिभाषित "ठोस सतह" का अभाव होता है. हाइड्रोजन और हीलियम की शुरुआती संरचना में यूरेनस का वातावरण बृहस्पति और शनि के समान है, लेकिन इसमें अन्य हाइड्रोकार्बन के निशान के साथ-साथ पानी, अमोनिया और मीथेन जैसे अधिक "आइस" शामिल हैं. इसके सौर मंडल में सबसे ठंडा ग्रहीय वातावरण है, जिसमें न्यूनतम तापमान 49 K यानी -224 °C या -371 °F है (Temperature of Uranus). यूरेनस का आंतरिक भाग मुख्य रूप से बर्फ और चट्टान से बना है.
अन्य विशाल ग्रहों की तरह, यूरेनस में एक रिंग सिस्टम, एक मैग्नेटोस्फीयर और कई चंद्रमा हैं (Uranus has Moon and Ring System).
NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JWST) ने हमारे सौर मंडल के सातवें ग्रह यूरेनस (Uranus) की अब तक की सबसे शानदार तस्वीर ली है. इस तस्वीर में इसके 13 छल्ले यानी रिंग्स और कुछ चांद भी दिख रहे हैं. इसके पहले हबल स्पेस टेलिस्कोप से ली गई तस्वीर इतनी साफ नहीं थी.
सौर मंडल के नीले ग्रह यूरेनस (Uranus) की हबल स्पेस टेलिस्कोप ने नई फोटो ली हैं. इसे NASA ने जारी किया है. हबल ने यूरेनस की आठ साल बाद दोबारा फोटो ली है. यूरेनस के उत्तरी गोलार्ध पर कोहरे के बादल देखे गए हैं. साथ ही उसके छल्लों की शानदार तस्वीर आई है.
अक्सर दिमाग में सवाल आता है कि क्या दूसरे ग्रहों पर भी इंसान वैसे ही रह सकता है जैसे पृथ्वी पर रहता है? आज जानते हैं कि इंसान अगर सौर मंडल के सभी ग्रहों पर जाए, तो वह कितनी देर तक वहां रह सकता है.