भारतीय बैडमिंटन में जब भी युवा प्रतिभाओं की बात होती है, तो उन्नति हुड्डा (Unnati Hooda) का नाम विशेष रूप से लिया जाता है. उन्होंने कम उम्र में जिस तरह से खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है, वह न केवल प्रेरणादायक है बल्कि देश के खेल भविष्य के लिए भी आशाजनक संकेत देता है.
उन्नति हुड्डा का जन्म 2007 में हरियाणा के रोहतक जिले में हुआ. एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली उन्नति को बचपन से ही खेलों में रुचि थी. उनके पिता ने उनकी खेल प्रतिभा को पहचाना और उन्हें बैडमिंटन खेलने के लिए प्रेरित किया. उन्नति ने बहुत कम उम्र में ही बैडमिंटन को गंभीरता से लेना शुरू किया और जल्दी ही राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान बना ली.
उन्नति ने अपने जूनियर करियर में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतीं. उन्होंने 13-14 साल की उम्र में ही सीनियर स्तर पर खेलना शुरू कर दिया था. 2022 में वह चर्चा में तब आईं जब उन्होंने Odisha Open में खिताब जीतकर सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया जिन्होंने BWF वर्ल्ड टूर का खिताब अपने नाम किया.
ओडिशा ओपन 2022 चैंपियन (BWF Super 100): इस खिताब ने उन्हें भारत की शीर्ष युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों की सूची में ला खड़ा किया.
BWF जूनियर इंटरनेशनल में कई मेडल जीते हैं. 2023 एशियन गेम्स की भारतीय महिला टीम में शामिल किया गया. BWF वर्ल्ड रैंकिंग में कम उम्र में ही वह टॉप-100 में जगह बना चुकी हैं.
उन्नति की सबसे बड़ी ताकत उनकी गति, कोर्ट कवरेज और आक्रामक शैली है. वह शटल पर तेज प्रतिक्रिया देती हैं और कठिन से कठिन रैलियों को भी आत्मविश्वास के साथ खेलती हैं. उनके पास रणनीति और फुर्ती दोनों का बेहतरीन संयोजन है.
बैडमिंटन खिलाड़ी उन्नति हुड्डा काफी सुर्खियों में है. उन्नति ने चाइना ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में भारत की ही पीवी सिंधु को हराया.
उन्नति हुड्डा ने चाइना ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में भारत की ही पीवी सिंधु को हराया. उन्नति की रोल मॉडल पीवी सिंधु ही हैं और वो बचपन में टीवी पर उनके मैच देखा करती थीं.