हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मांडवीर पहाड़ों के बीच बसा सुंदरनगर (Sundar Nagar) अपनी खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. मंडी जिले में स्थित यह नगर समुद्र तल से लगभग 1,174 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक स्थल इसे सैलानियों के लिए एक खास गंतव्य बनाते हैं.
सुंदरनगर का नाम ही इसकी पहचान है. यह सच में बेहद सुंदर है. यहां हरियाली से ढकी घाटियां, चारों ओर फैले देवदार और चीड़ के जंगल और नीला आसमान सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देता है.
यहां की सबसे खास पहचान है सुंदरनगर झील, जो सतलुज और ब्यास नदियों के संगम पर बने जलाशय से बनी है. यह झील न केवल देखने में अद्भुत है, बल्कि शाम के समय इसकी छटा और भी मनमोहक हो जाती है.
सुंदरनगर में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है. महामाया मंदिर, मुरारी देवी मंदिर और मंदारेश्वर महादेव मंदिर यहां के प्रमुख आस्था स्थल हैं.
इतिहास की दृष्टि से भी यह नगर महत्वपूर्ण है. पहले इसे सुकेती नाम से जाना जाता था और यहां के शासक राजा लक्ष्मण सेन थे.
सुंदरनगर को शिक्षा के क्षेत्र में भी जाना जाता है. यहां जवाहरलाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (JNGEC), पॉलिटेक्निक कॉलेज और कई नामी स्कूल हैं, जिससे यह मंडी जिले का एक प्रमुख शिक्षा केंद्र बन चुका है.
सुंदरनगर नेशनल हाईवे-21 (NH-21) पर स्थित है, जो इसे मंडी, शिमला, कुल्लू और मनाली से जोड़ता है. नजदीकी रेलवे स्टेशन किरतपुर और नजदीकी हवाई अड्डा भुंतर (कुल्लू) है.
दिल्ली के सबसे महंगे और हाई-प्रोफाइल इलाकों में से एक, सुंदर नगर एक बार फिर सुर्खियों में है. यहां हाल ही में हुआ करोड़ों का बंगला सौदा लोगों का ध्यान खींच रहा है. आखिर क्यों अरबपति इस इलाके को अपना स्थायी ठिकाना बनाने के लिए लाइन में खड़े रहते हैं?