साक्षी मलिक (Sakshi Malik) एक पूर्व फ्रीस्टाइल पहलवान हैं. 2016 ओलंपिक में उन्होंने 58 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता. वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं. 2017 में, भारत सरकार ने उन्हें देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया. 2024 में, वह टाइम पत्रिका की दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल होने वाली पहली भारतीय पहलवान बनीं.
वह साथी महिला पहलवानों विनेश फोगट, बबीता कुमारी और गीता फोगट के साथ JSW स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम का हिस्सा हैं.
मलिक ने इससे पहले ग्लासगो में 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और दोहा में 2015 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. वह बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे 2023 भारतीय पहलवानों के विरोध के नेताओं में शामिल थी. उन्होंने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के रूप में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी के चुनाव के बाद कुश्ती से संन्यास की घोषणा की.
साक्षी मलिक का जन्म 3 सितंबर 1992 को हुआ था.
प्रसिद्ध महिला पहलवान साक्षी मलिक ने हाल ही में अपनी आत्मकथा में कई खुलासे किए हैं. साक्षी ने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की है. जिसमें उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के साथ-साथ अन्य पहलवान विनेश के राजनीतिक करियर पर भी उनके विचार शामिल हैं. देखें...