नेपाल के मध्य-पश्चिमी भाग में स्थित पोखरा (Pokhara) एक अत्यंत सुंदर और शांत शहर है, जो अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, झीलों, पहाड़ों और साहसिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है. यह शहर काठमांडू से लगभग 200 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है और पर्यटकों के लिए यह एक आदर्श स्थल माना जाता है.
पोखरा की सबसे प्रमुख विशेषता है यहां की फेवा झील (Phewa Lake), जो शहर के बीचोंबीच स्थित है. झील के बीच में ताल बाराही मंदिर स्थित है, जहां नाव से जाया जाता है. शांत पानी, हरे-भरे पहाड़ और झील में अक्स देते हिमालय के दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं.
यहां से माछापुच्छ्रे (Machhapuchhre) और अन्नपूर्णा पर्वत श्रृंखला के अद्भुत दृश्य देखे जा सकते हैं, विशेषकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय.
पोखरा एडवेंचर टूरिज्म के लिए भी जाना जाता है. यहां पैरा-ग्लाइडिंग, ट्रेकिंग, राफ्टिंग, और माउंटेन बाइकिंग जैसी गतिविधियां बहुत लोकप्रिय हैं. अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रेक की शुरुआत भी यहीं से होती है.
पोखरा में कई बौद्ध स्तूप और हिंदू मंदिर हैं, जैसे कि विश्व शांति स्तूप (World Peace Pagoda) और बिंद्याबासिनी मंदिर. इसके अलावा गुफाएं जैसे गुप्तेश्वर गुफा और महेंद्र गुफा भी दर्शनीय हैं.
पोखरा एक ऐसा शहर है जहां प्रकृति और रोमांच का अद्भुत मेल है. यह न केवल साहसिक पर्यटकों के लिए बल्कि शांति और प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश करने वालों के लिए भी एक स्वर्ग समान स्थान है. अगर आप नेपाल यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो पोखरा आपकी सूची में अवश्य होना चाहिए
नेपाल के मुक्तिनाथ धाम में पिंडदान और 108 पवित्र नलों में स्नान करने का अलग ही महत्व है. कागबेनी गांव से होते हुए हिमालय की घाटियों तक की यह यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और गहरी आध्यात्मिक शांति का एक्सपीरियंस भी कराती है.
नेपाल, ब्रिटिश पर्यटकों के लिए भारत की जगह नया पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है. ट्रेकिंग, पर्वतारोहण और छुट्टियों के लिए हर साल हजारों ब्रिटिश यहां आते हैं. यहां कुछ ऐसी खासियतें हैं जो उन्हें अपनी ओर खींच लाती हैं.
नेपाल हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने पोखरा में मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों ने धावा बोल दिया और काठमांडू में संसद के भीतर घुसने की कोशिश की गई. प्रदर्शन को देखते हुए पोखरा में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस हिंसा में करीब 16 लोगों की मौत हुई है और 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू हो गया है. नेपाल की ओली सरकार अपनी विदेश नीति सुधारने के चक्कर में घरेलू मोर्चे पर विफल साबित होती दिख रही है. इसी वजह से हाल के दिनों में पीएम ओली को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.
नेपाल सिर्फ ऊंची चोटियों का देश नहीं, बल्कि रोमांच और आध्यात्मिकता का संगम है. यहां कई ऐसी खास जगहें हैं जो हर यात्री को आकर्षित करती हैं. अगर आप नेपाल जाने का प्लान बना रहे हैं, तो ये स्थान आपकी ट्रिप को वाकई यादगार बना देंगे.