ओणम (Onam) दक्षिण भारत के राज्य केरल का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध त्योहार है. यह हर साल मलयालम कैलेंडर के चिंगम महीने (अगस्त–सितंबर) में मनाया जाता है. ओणम को फसल उत्सव (Harvest Festival) के रूप में जाना जाता है और यह 10 दिनों तक बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
इस त्योहार का संबंध राजा महाबली की पौराणिक कथा से है. मान्यता है कि ओणम के अवसर पर राजा महाबली अपनी प्रजा से मिलने धरती पर आते हैं. इसी कारण इसे आनंद और समृद्धि का पर्व माना जाता है.
इस साल ओणम उत्सव 5 सितंबर को मनाया गया. यह त्योहार एकता और भाईचारे का प्रतीक है. फसल कटाई के बाद समृद्धि और कृतज्ञता का उत्सव है. राजा महाबली की स्मृति में इसे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व माना जाता है. घर-घर में रंगोली (पुक्कलम) सजाई जाती है और स्वादिष्ट भोजन (ओणम सध्या) बनाया जाता है.
ओणम केवल एक सांस्कृतिक पर्व नहीं बल्कि धार्मिक मान्यताओं से भी जुड़ा है. मान्यता है कि ओणम पर भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया था और राजा महाबली को पाताल लोक भेजा था. लेकिन उनकी भक्ति और प्रजा के प्रति प्रेम देखकर विष्णु ने उन्हें हर साल ओणम पर धरती पर आने का वरदान दिया.
Onam 2025 Date: ओणम मलयाली नव वर्ष का प्रतीक है. यह मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिमी भारतीय राज्य केरल में मनाया जाता है. यह मलयाली महीने चिंगम में मनाया जाता है, जो अगस्त और सितंबर में पड़ता है. ओणम केरल के महान असुर राजा, राजा महाबली के वार्षिक आगमन का उत्सव है .
Onam 2025: ओणम का पर्व भारत के सबसे दक्षिणी राज्य केरल में मनाया जाने वाला एक प्रमुख फसल उत्सव है. इस पर्व को ओणम राक्षस राजा महाबली की घर वापसी का प्रतीक माना जाता है. यह केरल के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है और पूरे राज्य में खुशी से मनाया जाता है.