नितिन गडकरी, राजनेता
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) एक भारतीय राजनेता (Politician), वकील (Lawyer) और उद्यमी (Businessman) हैं. उनका जन्म 27 मई, 1957 को नागपुर (Born in Nagpur) में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम भानुताई गडकरी और जयराम गडकरी है (Nitin Gadkari’s Parents). उनके पास नागपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त एम. कॉम. (M.Com) और एल.एल.बी. (L.L.B.) की डिग्री है. नितिन गडकरी की शादी कंचन गडकरी (Kanchan Gadkari) से हुई है जिनसे उन्हें तीन बच्चे, निखिल, सारंग और केतकी हैं (Gadkari’s Son and Daughter).
गडकरी 2009 से 2013 तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष (BJP President) रह चुके हैं. वे सड़क परिवहन और हाईवे मंत्रालय (Road & Transport Ministry) संभालते हैं. वे महाराष्ट्र सरकार के लिए बतौर लोक निर्माण विभाग मंत्री (PWD Minister) चर्चा में रहे हैं, जहां उनकी देखरेख में पूरे... और पढ़ें
बीजेपी संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान की छुट्टी हो गई है. वहीं, 79 साल के बीएस येदियुरप्पा को एंट्री दी गई है. बीजेपी ने भविष्य की अपनी सियासत को देखते हुए टीम का गठन किया है, लेकिन गडकरी-शिवराज क्यों आखिर बाहर हुए और येदियुरप्पा को किस लिए मौका दिया गया है. इन्हीं सवालों का तलाशती यह रिपोर्ट...
बीजेपी की सबसे ताकतवर संस्था संसदीय बोर्ड फैसला करती है कि आखिर मुख्यमंत्री कौन होगा, गठबंधन कैसे होगा, विधान सभा-विधान परिषद में लीडर कौन होगा. यानी पार्टी के सबसे ताकतवर 11 चेहरे और अब इस लिस्ट से दो बड़े चेहरे आउट हो चुके हैं. पहला परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और दूसरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान.
बीजेपी ने बुधवार को अपने संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति की घोषणा कर दी है. पार्टी की इस हाई प्रोफाइल कमेटी से नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को बाहर कर दिया गया है और उनकी जगह नए चेहरों को शामिल किया गया है. बीजेपी ने अपनी कमेटी के जरिए जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने के साथ-साथ 2024 के चुनाव का भी ख्याल रखा है.
फडणवीस को बीजेपी की उस केंद्रीय चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया है जिसमें सिर्फ 15 दिग्गज शामिल हैं. कहा जा रहा है कि पार्टी में फडणवीस के संगठन कौशल को सम्मान दिया गया है. केंद्रीय चुनाव समिति में बीजेपी शासित राज्यों का कोई भी मुख्यमंत्री शामिल नहीं है. बड़ी जानकारी ये भी है कि बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति में पीएम मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह जैसे बड़े नेता शामिल हैं. देखें मुंबई मेट्रो.
बीजेपी के पार्लियामेंट बोर्ड और इलेक्शन कमिटी में किस आधार पर बदलाव किए गए हैं? रोहिंग्या मुसलमानों पर मोदी सरकार के दो मंत्रालय के सुर अलग क्यों सुनाई दिए? बिलकिस बानो केस में रेमिशन पॉलिसी पर क्यों बवाल और क्या अब हर फोन के लिए कॉमन चार्जर होगा? सुनिए 'दिन भर' जमशेद क़मर सिद्दीकी से.
बीजेपी ने संसदीय कमेटी से केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकारी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बाहर कर दिया है.
बीजेपी के संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव किया गया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पार्टी के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है. गडकरी के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी संसदीय बोर्ड से हटाया गया है. इन दोनों नेताओं को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति से भी बाहर कर दिया गया है. एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को बोर्ड से हटाया गया है तो वहीं बीएस येदियुरप्पा, सुधा यादव, इकबाल सिंह लालपुरा, सर्बानंद सोनोवाल, के. लक्ष्मण को नए सदस्यों के रूप में संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है.
सुधा यादव राजनीति में नया नाम नहीं हैं बल्कि उनका राजनीतिक जीवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से शुरू हुआ था. 1999 में करगिल युद्ध के बाद हुए लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने सुधा यादव का नाम BJP को तब सुझाया जब पार्टी हरियाणा में राव इंद्रजीत सिंह के सामने किसको मैदान में उतारे के सवाल से जूझ रही थी.
बीजेपी संसदीय बोर्ड का दोबारा गठन किया गया है. नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड से हटाया गया. बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह कानून के फेर में फंस गए हैं. अपहरण केस में कल उन्हें सरेंडर करना था. नीतीश बोले, मुझे कार्तिकेय के बारे में पता नहीं था. कर्नाटक के शिमोगा में पोस्टर विवाद नहीं थम रहा है. सावरकर का पोस्टर लगाने पर झगड़ा हुआ था. केजरीवाल ने मेक इंडिया नंबर एक मिशन शुरू किया है. देखें नॉनस्टॉप 100
बीजेपी अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा ने पार्टी के संसदीय बोर्ड का गठन कर लिया है. इस बार बड़ा बदलाव नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान का इसमें नाम ना होना है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बीजेपी का संसदीय बोर्ड काम कैसे करता है. क्या-क्या काम उसके हिस्से आता है और पार्टी में निर्णय लेने को लेकर इसकी पावर कितनी होती है?
BJP Parliamentary board: भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव किया गया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पार्टी के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है. गडकरी के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी संसदीय बोर्ड से हटाया गया है. दोनों ही नेताओं को बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति से भी बाहर कर दिया गया है.
गुजरात के पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल के साथ हादसा हो गया है. मेहसाणा में तिरंगा यात्रा के दौरान नितिन पटेल पर गाय ने हमला कर दिया. गाय अचानक से भीड़ में घुस आई. इस दौरान नितिन पटेल के पैर के ऊपर से गाय निकल गई. इस दौरान उनके पैर में चोट आई गई. पटेल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
आजतक और सी-वोटर ने कांग्रेस में सुधार, विपक्ष के बेहतरीन नेता, सबसे पसंदीदा केंद्रीय मंत्री, ऑल टाइम पीएम कौन, जैसे सवालों पर लोगों के बीच सर्वे किया. फरवरी 2022 से लेकर 9 अगस्त 2022 तक यह सर्वे कराया गया, जिसमें 122016 लोगों को शामिल किया गया था. आइए जानते हैं इस सर्वे में क्या निकलकर आया है.
सचिन तेंदुलकर ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है. इसमें वह गोल्डन कलर का कुर्ता पहने एक कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं. एक व्यक्ति उनके सिर पर लाल कलर की पगड़ी बांध रहा है. वीडियो में सचिन तेंदुलकर ने कोई कैप्शन जरूर नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने वीडियो में ही एक मैसेज देते हुए इस तैयारी का खुलासा किया है...
एक एयरबैग की कीमत कितनी है? सरकार ने तो केवल ₹800 बताया है, लेकिन एक्सपर्ट का कहना है 60 हजार रुपए.
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने कारों में एयरबैग को लेकर सवाल पूछा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उनके सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है. अभी तक कारों के फ्रंट सीट पैसेंजर के लिए एयरबैग अनिवार्य है. अब सरकार पीछे की सीट पर बैठने वाले पैसेंजर के लिए भी एयरबैग अनिवार्य करने वाली है.
सरकार ने नेशनल हाईवे के निर्माणा को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने नेशनल हाईवे निर्माण नीति में बदलाव किया है. सरकार का कहना है कि काम की गुणवत्ता को सुधारने, समय की बचत और भ्रष्टाचार को कम करने के लिए उसने यह कदम उठाया है.
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2014 तक भारत का रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका जैसा हो जाएगा कहा.
Nitin Gadkari ने कहा कि सरकार अगले तीन वर्षों में देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेस-वे (Green ExpressWay) बनाने की योजना बना रही है. इनके तैयार होने के बाद महज दो घंटे के भीतर दिल्ली से देहरादून, हरिद्वार या जयपुर की यात्रा की जा सकती है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद को Father of Toll Tax बता दिया है. उन्होंने एक नई पहल करने की बात भी कही है. अब उन सिटी एयिरा को हटाकर टोल टैक्स का प्वाइंट बनाया जाएगा जिससे उस शहर के लोगों पर टैक्स का भार ना पड़े.
सड़क से जुड़े 2300 करोड़ के प्रोजेक्ट के शुभारंभ पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब बायोएथेनॉल से चलने वाली गाड़ियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. हमें इलेक्ट्रिक, बायो गैस, बायो डीजल, ग्रीन हाईड्रोजन, बायो मिथेनॉल जैसे गैर पारम्परिक स्त्रोतों से संचालित वाहनों के बारे में सोचना चाहिए. इसका इस्तेमाल करने से जहां हमें ऊर्जा का सस्ता स्रोत मिलेगा, वहीं पर्यावरण में भी सुधार होगा.