केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एथेनॉल के इस्तेमाल पर अपनी प्रतुक्रिया दी है. उन्होनें कहा कि भारत में लगभग 77 प्रतिशत ऊर्जा आयातित है जिसकी कीमत बीस लाख करोड़ रुपये तक पहुंचती है. यह पैसा देश से बाहर चला जाता है। जब इथेनॉल का निर्माण शुरू हुआ और मक्के की कीमतें बढ़ीं, तब उन्नत बिहार में मक्के की खेती तीन गुना बढ़ गई.