महावीर जयंती (Mahavir Jayanti), जैन समुदाय (Jain community) द्वारा जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. यह जैनियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. महावीर 24वें और अंतिम तीर्थंकर हैं. उन्होंने सभी जीवों के प्रति सद्गुण और अहिंसा के सार का उपदेश दिया (preaches of Mahavir).
भगवान महावीर को भारतीय ऋषि वर्धमान भी कहा जाता है. श्वेतांबरों के अनुसार उनका जन्म 599 ईसा पूर्व में हुआ था लेकिन जैनसिम के दिगंबर स्कूल का मानना है कि महावीर का जन्म 615 ईसा पूर्व में हुआ था. इनका जन्म बिहार के कुंडलग्राम (Kundalgram Bihar) में हुआ था (Birth of Mahavir). इनके पिता राजा सिद्धार्थ और मां रानी त्रिशला थीं (Mahavir Parents).
30 वर्ष की आयु में, उन्होंने अपने सिंहासन और अन्य सांसारिक सुख और संपत्ति को त्याग कर अपने जीवन के बारह वर्ष तपस्वी के रूप में बिताए. उन्होंने अपनी इंद्रियों पर अनुकरणीय नियंत्रण भी स्थापित किया जिसने बाद में उन्हें महावीर नाम दिया गया. 72 वर्ष की आयु में, उन्होंने निर्वाण प्राप्त किया और अपना शेष जीवन आध्यात्मिक स्वतंत्रता का प्रचार करने के लिए समर्पित कर दिया (Mahavir spiritual preaches). इस प्रकार, भगवान महावीर के जन्म और उनके उपदेश को चिह्नित करने के लिए, उनके अनुयायी महावीर जयंती को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, जयंती मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत में मनाई जाती है (Mahavir Jayanti Date).
जैन मंदिरों को झंडों से सजाकर और गरीब लोगों को भिक्षा देकर महावीर जयंती मनाते हैं. जानवरों को वध से बचाने के लिए दान एकत्र किया जाता है. भारत में, महावीर की जयंती अन्य भागों की तुलना में गुजरात और राजस्थान में अधिक उत्साह से मनाई जाती है, क्योंकि इन राज्यों में अधिक संख्या में जैन रहते हैं.
Mahavir Jayanti 2025: पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान महावीर के जन्म से पहले रानी त्रिशला जब गर्भवती थीं, तब उन्हें 16 अद्भुत स्वप्न (सपने) आए थे. इन सपनों के मायने बहुत खास थे. चूंकि राजा सिद्धार्थ एक विद्वान ज्योतिषविद भी थे, इसलिए रानी त्रिशला ने उनसे इन सपनों का अर्थ पूछा.
Mahavir Jayanti 2025: महावीर जयंती जैन समुदाय द्वारा जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. यह जैनियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. महावीर 24वें और अंतिम तीर्थंकर हैं. उन्होंने सभी जीवों के प्रति सद्गुण और अहिंसा के सार का उपदेश दिया.
दिल्ली के भारत मंडपम में महावीर स्वामी की 2550वीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर पीएम मोदी ने भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत के भविष्य निर्माण की इस यात्रा में आप सभी संतों का सहयोग देश के संकल्पों को मजबूत बनाएगा। देखें ये वीडियो.
Mahavir Jayanti 2024: महावीर जी का जन्म चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हुआ था. इनके जन्मोत्सव को ही महावीर जयंती कहा जाता है. इस दिन जैन धर्म के लोग भगवान महावीर की पूजा करते हैं और इनके उपदेशों में कही गई बातों को याद करते हैं.
भगवान महावीर को महावीर स्वामी भी कहा जाता है. उनका जन्म 599 ईसा पूर्व बिहार के वैशाली में हुआ था. वे जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे. अहिंसा के पितामह कहे जाने वाले महावीर स्वामी की जयंती पर अहिंसा के 5 सूत्र के बारे में जानिए जिनसे आप अपने जीवन में खुशियां ला सकते हैं. देखें वीडियो.
Stock Market Holiday: इस हफ्ते शेयर बाजार में दो छुट्टियां 4 अप्रैल (महावीर जयंती) और 7 अप्रैल (गुड फ्राइडे) को पड़ रही हैं, जबकि डॉ. अंबेडकर जयंती के मौके पर अगले हफ्ते 14 अप्रैल को भी बाजार में कारोबार पर ब्रेक रहेगा.
महावीर जयंती के दिन पूरे दिन मंदिरों में धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं जिनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा लेते हैं. इस साल ये आयोजन 4 अप्रैल को होने वाला है. अहिंसा रन भारत के 15 शहरों में आयोजित होने वाली है. इसके अलावा 23 अलग-अलग देशों में भी ये आयोजित की जा रही है.