दिल्ली का लक्ष्मीनारायण मंदिर (Laxminarayan Temple, Delhi), जिसे बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, राजधानी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. यह मंदिर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है और हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए आस्था और भक्ति का प्रमुख केंद्र माना जाता है. इसका निर्माण 1938 में उद्योगपति जगन्नाथ और बिड़ला परिवार द्वारा कराया गया था.
यह मंदिर अपने भव्य वास्तुकला और खूबसूरत नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है. मंदिर की संरचना में संरचना कला और आधुनिक स्थापत्य का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है. मंदिर परिसर में विशाल प्रांगण, सुंदर गार्डन और संगमरमर के स्तंभ इसे और भी आकर्षक बनाते हैं. प्रवेश द्वार पर लगे कला चित्र और मूर्तियां हिंदू धर्म की कथाओं और पुराणों को दर्शाती हैं, जो भक्तों और पर्यटकों दोनों के लिए ज्ञान और सौंदर्य का अनुभव कराती हैं.
लक्ष्मीनारायण मंदिर धार्मिक गतिविधियों का केंद्र भी है. यहां हर साल दीपावली, रक्षाबंधन और अन्य प्रमुख हिंदू त्योहारों पर विशेष पूजा और भव्य उत्सव आयोजित किए जाते हैं. त्योहारों के समय मंदिर परिसर रंग-बिरंगे दीपों और फूलों से सजता है, जिससे यहां का वातावरण अत्यंत दिव्य और आध्यात्मिक हो जाता है.
मंदिर में भक्तों की सेवा के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे प्रसाद वितरण, धार्मिक पुस्तकालय और ध्यान कक्ष. यहां आने वाले लोग केवल पूजा ही नहीं करते, बल्कि ध्यान, योग और धार्मिक शिक्षाओं का भी अनुभव प्राप्त करते हैं.
दिल्ली के जोरबाग क्षेत्र में स्थित यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी अत्यंत लोकप्रिय है. यहां स्थानीय लोग और विदेश से आने वाले पर्यटक मंदिर की भव्यता और शांत वातावरण का आनंद लेने आते हैं. लक्ष्मीनारायण मंदिर आज भी दिल्ली का एक ऐसा स्थल है, जो आस्था, इतिहास और कला का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है.