हमारी सौर मंडल में एक दुर्लभ मेहमान आया है – इंटरस्टेलर धूमकेतु 3I/ATLAS. यह कल, 19 दिसंबर 2025 को पृथ्वी के सबसे करीब से गुजरेगा. नासा के मुताबिक, यह धूमकेतु पूरी तरह सुरक्षित दूरी से निकलेगा – करीब 1.8 AU (27 करोड़ किलोमीटर) दूर. पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है.
यह धूमकेतु 1 जुलाई 2025 को नासा के ATLAS टेलीस्कोप (चिली में) से खोजा गया. यह हमारी सौर मंडल से बाहर के तीसरा पक्का अंतरतारकीय ऑब्जेक्ट है – पहला 2017 में ओउमुआमुआ था. दूसरा 2019 में बोरिसोव. इसलिए इसका नाम 3I/ATLAS रखा गया ('3' तीसरा, 'I' अंतरतारकीय).
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हबल और जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) की तस्वीरों से पता चला कि इसमें धूल का कोमा (बादल जैसा आवरण), छोटी पूंछ और हरा चमक है. यह हरा रंग डायएटॉमिक कार्बन (C2) गैस से आता है, जो सूरज की गर्मी से निकलती है. यह दूसरे अंतरतारकीय धूमकेतु बोरिसोव जैसा व्यवहार कर रहा है. इसका नाभिक (कोर) 440 मीटर से 5.6 किलोमीटर तक बड़ा अनुमानित है.
धूमकेतु सुबह के समय आकाश में लियो नक्षत्र (सिंह राशि) के पास रेगुलस तारे के नीचे दिख रहा है. अच्छी दूरबीन या छोटी टेलीस्कोप से देखा जा सकता है. 2026 तक दिखता रहेगा. इटली के वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट से लाइव स्ट्रीमिंग होगी – 19 दिसंबर भारतीय समयानुसार सुबह लगभग 9:30 बजे से शुरू. यूट्यूब पर देख सकते हैं.
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यह धूमकेतु दूसरे तारे की सौर मंडल से आया है. इससे हमें दूसरे तारों के आसपास ग्रहों और धूमकेतुओं की जानकारी मिल सकती है. वैज्ञानिक इसे 'क्रिसमस गिफ्ट' बता रहे हैं. 3I/ATLAS एक सुरक्षित और रोमांचक अंतरतारकीय मेहमान है. कल इसका सबसे करीबी गुजरना देखने का मौका न चूकें.