किन्नौर
किन्नौर (Kinnaur) भारतीय गणराज्य के प्रांत हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में से एक है, जो राज्य का दूसरा सबसे कम आबादी वाला जिला है (District of Himachal Pradesh). इसका मुख्यालय रेकोंग प्यो शहर में स्थित है (Kinnaur District Headquarters). किन्नौर जिला शिमला प्रमंडल का हिस्सा है. (Kinnaur Division). यह जिला राज्य के उत्तर-पूर्वी कोने में स्थित है (Kinnaur Location). इसका क्षेत्रफल 6,401 वर्ग किमी है (Kinnaur Total Area).
2011 की जनगणना के मुताबिक कांगड़ा जिले की जनसंख्या 84,121 हजार है (Kinnaur Population). यहां हर एक वर्ग किमी में 13 लोग रहते हैं (Kangra Density). इस जिले में 1000 पुरुषों पर 819 महिलाओं का अनुपात है (Kinnaur Sex ratio). इस जिले की साक्षरता दर 80.00 फीसदी है, जिसमें 87.27 फीसदी पुरूष और 70.96 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं (Kinnaur Literacy Rate). किन्नौर जिले में मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का आंशिक हिस्सा आता है, जिसके अंतर्गत एक विधानसभा क्षेत्र है. (Kinnaur Constituencies).
किन्नौर, राज्य की राजधानी शिमला से लगभग 235 किमी दूर है, जो हिमाचल प्रदेश के पूर्वोत्तर कोने में तिब्बत की सीमा से पूर्व में स्थित है (Kinnaur Geographical Location).
किन्नौर महासू जिले की तत्कालीन चीनी तहसील का हिस्सा था. यह 1 मई 1960 को एक अलग जिला बना. इससे पहले, किन्नौर तत्कालीन बुशहर रियासत का एक उत्तर-पूर्वी खंड था, जिसकी राजधानी कामरू थी. कन्नौज साम्राज्य के पतन के बाद कामरू के शासकों ने आसपास के क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया और बुशहर राज्य की नींव रखी, जिसमें किन्नौर का क्षेत्र भारत की स्वतंत्रता के बाद राज्य के विघटन तक था (Kinnaur History).
किन्नौर जिले में कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थल स्थित हैं, जिनमें भाबा वैली, कल्पा, रेकोंग प्यो, सांगला, छिटकुल, कोठी और नाको पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं (Kinnaur Tourist Places).
हिमाचल प्रदेश, जिसे देवभूमि और सैलानियों का स्वर्ग कहा जाता था, अब संकट के दौर से गुजर रहा है. बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी आपदाएं इतनी तेज़ी से बढ़ी हैं कि सफर का मज़ा अब डर में बदल गया है.
हिमाचल के किन्नौर में बादल फटने से बाढ़ आई. होजिस लुंग्पा नाला में 4 लोग फंसे, एक घायल हुआ. सीपीडब्ल्यूडी कैंप बह गया. भारतीय सेना की ट्राइपिक्स ब्रिगेड ने ड्रोन से राहत पहुंचाई. घायल को रेकांग पियो हॉस्पिटल पहुंचाया.
Himachal Pradesh में भारी बारिश का कहर, Kinnaur Kailash Yatra स्थगित
उत्तराखंड के धराली और हर्षिल में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. धराली में मंगलवार दोपहर को आई आपदा ने पूरे इलाके को बर्बाद कर दिया. वहीं, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में फ्लैश फ्लड की वजह से पुल बह गया और सड़कें कई जगह से टूट गई हैं, जिससे आवागमन बाधित है. देखें एक और एक ग्यारह.
उत्तराखंड के धराली गांव और हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बादल फटने और भारी बारिश से व्यापक तबाही हुई है. धराली में मंगलवार दोपहर बादल फटने से भीषण सैलाब आया, जिससे घर, होटल और दुकानें पूरी तरह तबाह हो गए. 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. देखें आज सुबह.
कुदरत की मार अब लोगों के लिए बड़ी मुसीबत लेकर आ रही है. उत्तराखंड के धराली के बाद अब हिमाचल के किन्नौर से फ्लैश फ्लड की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसके बाद रास्ते बंद हो गए हैं और गाड़ियां फंसी हुई हैं. लैंडस्लाइड के कारण पहाड़ों पर ऐसी स्थिति बनी है. किन्नौर में 400 लोगों का रेस्क्यू किया गया है.
देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है. हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में जनजीवन प्रभावित हुआ है. उत्तराखंड में 20 और 21 जुलाई को रेड अलर्ट जारी किया गया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबेरिया, दक्षिण कोरिया और पाकिस्तान भी बाढ़ की चपेट में हैं, जहां पाकिस्तान में मानसून के दौरान 159 लोगों की जान जा चुकी है.
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में देर रात भूकंप आने से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.8 मापी गई है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology) के मुताबिक रात 10 बजकर 02 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.