हरिनी अमरसूर्या (Harini Amarasuriya) श्रीलंका की 16वीं प्रधानमंत्री हैं. उन्होंने 24 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. वह अपनी पार्टी नेशनल पीपुल्स पावर की पहली प्रधानमंत्री हैं. वह सिरीमावो भंडारनायके और चंद्रिका कुमारतुंगा के बाद तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं.
उन्होंने न्याय, लोक प्रशासन, प्रांतीय परिषदों, स्थानीय सरकार और श्रम मंत्री, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सहित व्यापार, वाणिज्यिक, खाद्य सुरक्षा, सहकारी विकास, उद्योग और उद्यमी विकास मंत्री, महिला, बाल और युवा मामले और खेल मंत्री और 2024 से स्वास्थ्य मंत्री के विभागों को भी संभाला हैं.
हरिनी अमरसूर्या 2020 से एनपीपी के लिए संसद की राष्ट्रीय सूची सदस्य रही हैं. वह पहले श्रीलंका के मुक्त विश्वविद्यालय के सामाजिक अध्ययन विभाग में वरिष्ठ व्याख्याता थीं.
हरिनी अमरसूर्या ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से समाजशास्त्र में बी.ए. (ऑनर्स) किया है. मैक्वेरी विश्वविद्यालय से अAnthropology and Development में एम.ए. और एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से Social Anthropology में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है.
उन्होंने युवा, राजनीति, असहमति, सक्रियता, जेंडर, विकास, राज्य-समाज संबंध, बाल संरक्षण, वैश्वीकरण और विकास पर किताबें भी प्रकाशित की हैं. साथ ही शोध भी किया है.
एडमिरल दिनेश त्रिपाठी 22-25 सितंबर श्रीलंका दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री डॉ. हारीनी अमरासुरिया और नौसेना प्रमुख से मिलेंगे. तीनों सेना प्रमुखों के साथ समुद्री सुरक्षा, प्रशिक्षण पर चर्चा करेंगे. कोलंबो में गैल डायलॉग 2025 में भाग लेंगे. SLINEX अभ्यास से दोस्ती मजबूत होगी. महासागर विजन से हिंद महासागर में शांति बढ़ेगी.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से पढ़ी हैं श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री, टीचर और बैचमेट ने किया याद
हरिनी अमरसूर्या ने श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. एक राइट एक्टिविस्ट और यूनिवर्सिटी में लेक्चेरर अमरसूर्या 1994 में दिवंगत सिरिमावो भंडारनायके के पदभार संभालने के बाद श्रीलंका की पहली महिला प्रधानमंत्री और देश के इतिहास में तीसरी महिला पीएम बन गईं हैं.
साल 1990 में हरिनी अमरसूर्या ने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई भारत में पूरी की. उनके प्रधानमंत्री बनने पर, उनके बैचमेट, पूर्व प्रेसिडेंट और कॉलेज की प्रिंसिपल ने उन्हें याद किया है.