गो फर्स्ट एयरलाइंस (Go First Airlines) मुंबई में स्थित एक अल्ट्रा-लो-कॉस्ट एयरलाइन है. गो फर्स्ट की स्थापना भारतीय उद्योगपति नुस्ली वाडिया (Nusli Wadia) के बेटे जेह वाडिया (Jeh Wadia) ने 4 नवंबर 2005 को गो एयर (Go Air) के नाम से की थी (Go First Airlines Foundation and Founder). एयरलाइन वाडिया समूह (Wadia Group) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है.
गो एयर ने परिचालन की शुरुआत की और 4 नवंबर 2005 को एयरबस ए320 विमान से की थी (Go First Airlines First service). यह उड़ान मुंबई से अहमदाबाद के लिएथी. अक्टूबर 2017 में. यह 8.4% यात्री बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत की पांचवीं सबसे बड़ी एयरलाइन थी. मार्च 2020 में, एयरलाइन ने मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर, कोलकाता, हैदराबाद और चंडीगढ़ और कन्नूर में 27 घरेलू और नौ अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों सहित 330 से अधिक दैनिक उड़ानें संचालित कीं. गो फर्स्ट एयरलाइन प्राथमिक बाजार से 36 अरब रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लॉन्च करने की योजना बना रही थी और इसके लिए भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी के साथ डीआरएचपी दायर किया था (Go First Airlines Business).
लेकिन 2 मई 2023 को, गो फर्स्ट एयरलाइंस ने अपने आपको दिवालिया घोषित कर दिया (Go First Airlines Declared Bankruptcy). गो फर्स्ट ने संकेत दिया कि दिवालियापन प्रैट एंड व्हिटनी इंजन के मुद्दों के परिणामस्वरूप राजस्व की हानि के कारण था. साथ ही, 3-5 मई 2023 के बीच निर्धारित सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं (Go First Airlines flights cancelled).
फ्लाइट में सीट एक्सचेंज करने से आपके कार्ड से पैसे कट सकते हैं या आप पर लग सकता है जुर्माना. जानिए पूरी कहानी इस वीडियो में.
घरेलू मार्गों पर औसत हवाई किराये में 20-25 प्रतिशत की गिरावट आई है. ये कीमतें 30 दिन के APD (एडवांस पेमेंट डेट) के आधार पर एकतरफा औसत किराये के लिए हैं. पिछले साल दिवाली 10-16 नवंबर तक मानी गई थी, जबकि इस वर्ष यह 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक है.
EaseMyTrip CEO निशांत पिट्टी के मेजॉरिटी स्टेक वाली कंपनी बिजी बी (Busy Bee) ने संकटग्रस्त Go-First में हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा दिखाई थी. इसके लिए उसने फरवरी में स्पाइसजेट के प्रमुख अजय सिंह के साथ मिलकर बिड सबमिट की थी.
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को गो फर्स्ट के लिए यह निर्देश जारी किया. DGCA को अगले पांच कार्य दिवसों के भीतर गो फर्स्ट द्वारा पट्टे पर लिए गए विमानों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना होगा.
Go First Crisis : गो फर्स्ट एयलाइंस ने सबसे पहले 3 से 5 मई तक के लिए अपनी सभी उड़ानों को रद्द किया था. फिर इस तारीख को 9 मई तक के लिए और इसके बाद 12 मई तक आगे बढ़ाया गया था. उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन ये तारीख बढ़ती गई और अब 28 मई तक सभी फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है.
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी TAAI के मुताबिक एडवांस और रिफंड के तौर पर गो फर्स्ट में उनके मेंबर्स के करीब 900 करोड़ रुपये फंस गए हैं. ऐसे में इस संकट से उबरने के लिए ट्रैवल एजेंट्स ने नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करके एक ज्ञापन सौंपा है.
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने Go First की स्वैच्छिक दिवाला सामाधान प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर दायर याचिका को स्वीकार कर लिया है. साथ ही NCLT ने उधारदाताओं की वसूली से भी गो फर्स्ट को संरक्षण प्रदान किया है. हालांकि, NCLT ने GoFirst को कार्यवाही की शुरुआती लागत के लिए IRP के साथ 5 करोड़ रुपये जमा करने के लिए कहा है.
गो फर्स्ट की 12 मई 2023 तक की उड़ानें रद्द दी गई हैं. कंपनी ने कहा है कि परिचालन संबंधी कारणों से यह फैसला किया है. गो फर्स्ट की 3 मई से उड़ानें कैंसिल चल रही हैं. इस संबंध में एयरलाइंस की ओर से जानकारी शेयर की गई है. वहीं, एयरलाइंस के यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है.
वाडिया ग्रुप की एयरलाइन कंपनी Go First ने 2005 में एविएशन सेक्टर में एंट्री की थी. शुरुआत में वाडिया ग्रुप ने Go Air लॉन्च करके विमानन उद्योग में प्रवेश किया था, जिसे बाद में Go First के रूप में रि-ब्रांडेड किया गया था.