मुंबई के पश्चिमी उपनगर गोरेगांव में स्थित ग्लोबल विपश्यना पैगोडा (Global Vipassana Pagoda) एक अद्वितीय ध्यान केंद्र और सांस्कृतिक धरोहर है. यह स्थल विश्व प्रसिद्ध विपश्यना ध्यान (Vipassana Meditation) को समर्पित है और इसे गुरु श्री एस. एन. गोएंका की शिक्षाओं के अनुसार बनाया गया. पगोडा का निर्माण इस उद्देश्य से किया गया कि लोग शांति, ध्यान और आत्म-साक्षात्कार की ओर बढ़ सकें.
पैगोडा का डिजाइन शांति और भव्यता का अद्भुत मिश्रण है. इसकी संरचना बुद्ध मंदिर शैली में की गई है और यह दुनिया का सबसे बड़ा स्तंभ रहित गुंबद है. इसका विशाल गुंबद 29.5 मीटर की ऊंचाई और 85.15 मीटर की चौड़ाई के साथ पूरी तरह से लकड़ी और पत्थर से बना है. गुंबद के अंदर भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा स्थित है, जो दर्शकों को ध्यान और आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करती है.
पैगोडा का निर्माण 2000 से 2009 के बीच हुआ और इसे शांति और मानवता के प्रतीक के रूप में स्थापित किया गया. यहां नियमित रूप से 10-दिवसीय Vipassana ध्यान शिविर आयोजित किए जाते हैं, जिनमें दुनियाभर से लोग भाग लेते हैं. ध्यान शिविरों का उद्देश्य मानसिक शांति, ध्यान और संयम को बढ़ावा देना है.
Global Vipassana Pagoda सिर्फ ध्यान स्थल ही नहीं बल्कि एक पर्यटन आकर्षण भी है. यहां के शांतिपूर्ण वातावरण, खूबसूरत झील और हरे-भरे बगीचों के कारण लोग ध्यान, योग और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आते हैं. Pagoda की वास्तुकला, विशाल गुंबद और ध्यान केंद्र ने इसे मुंबई के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में प्रतिष्ठित किया है.
सारांश में, Global Vipassana Pagoda ध्यान, शांति और आध्यात्मिक अनुभव का अद्वितीय केंद्र है. यह स्थल न केवल मानसिक और आत्मिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि वास्तुकला और सांस्कृतिक दृष्टि से भी दुनिया में अपनी मिसाल कायम करता है.