जीडीपी (GDP) यानी सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) किसी देश की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख संकेतक है. यह एक निश्चित समय अवधि (आमतौर पर एक वर्ष या तिमाही) में किसी देश में उत्पन्न सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य (Total Monetary Value) को दर्शाता है.
जीडीपी के मुख्य घटक होते हैं- निजी उपभोग (Private Consumption - C)- जनता द्वारा खरीदी गई वस्तुएं और सेवाएं. निवेश (Investment - I)- कंपनियों द्वारा मशीनरी, भवन, फैक्ट्री आदि में किया गया निवेश और सरकारी व्यय (Government Spending - G): सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर खर्च.
साल 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया G20 देशों में उन पांच देशों में शामिल है जो 2015 से 2024 के बीच सबसे तेज़ सुधार कर रहे हैं. इस दौरान भारत का स्कोर 7.6 अंक बढ़ा है. ये इंडोनेशिया के बराबर है और सिर्फ सऊदी अरब से थोड़ा पीछे है जिसने 8.1 अंकों की बढ़ोतरी की.
Piyush Goyal ने कहा है कि अब भारत यूपीए शासन वाला कमजोर नहीं रहा, बल्कि आत्मविश्वास से भरा हुआ है और पूरी ताकत के साथ अपनी बात रखने और दुनिया में किसी से भी मुकाबला करने में सक्षम है.
Morgan Stanley On Indian Economy: वैश्विक इन्वेस्टमेंट फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए इसके दुनिया में सबसे तेजी के साथ आगे बढ़ते रहने की उम्मीद जताई है. वहीं चीन में मंदी की चेतावनी दी है.
Piyush Goyal On Indian Economy: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि तमाम ग्लोबल टेंशन और भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद भारत 2027 तक 5000 अरब डॉलर की इकोनॉमी बनने के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है.
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है और अब ये 76000 अरब पाकिस्तानी रुपये हो गया है, लेकिन फिर भी पाकिस्तानी वित्त मंत्री इकोनॉमी में सुधार के दावे कर रहे हैं.
Indian Economy: जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए कहा है कि हम अभी-अभी 4 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बने हैं और जब देश आजादी के 100 साल पूरे करेगा, तो ये आंकड़ा 30 ट्रिलियन डॉलर होगा.
आरबीआई का ये अनुमान ऐसे वक्त में आया है, जब भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि 2024-25 में 6.5 प्रतिशत तक कम हो गई है. वहीं ग्लोबल इकोनॉमी की बात करें तो RBI की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह 2025 में 2.8 प्रतिशत और 2026 में 3.0 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी.
भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) कहीं ज्यादा होने के बावजूद, हंगर इंडेक्स पर वह नाइजीरिया (100), केन्या (89) और घाना (78) से भी पीछे है. वहीं कुछ और आंकडों पर भी नजर रख सकते हैं.
Anand Mahindra On Indian Economy: महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भारत के जापान को पीछे छोड़ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने पर खुशी जाहिर करते हुए एक एक्स पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों को याद किया है.
भारत जापान को पीछे छोड़कर अब दुनिया में चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी (India 4th Largest Economy) बन गया है और इस गुड न्यूज का असर Stock Market में सोमवार को तेजी के रूप में देखने को मिल रहा है, बाजार के लिए ग्लोबल संकेत भी पॉजिटिव मिल रहे हैं.
India Becomes 4th Largest Economy: भारत इतिहास रचते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है और अब भारतीय अर्थव्यवस्था जापान से भी बड़ी हो गई है.
संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा जारी विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाओं (WESP) पर मिड ईयर रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि चुनौतीपूर्ण ग्लोबल इकोनॉमिक नजरिए के बीच, चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 6.3 प्रतिशत की ग्रोथ होगी.
UBS Raises GDP Growth Forecast: भारत की चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ उम्मीद से बेहतर रही और अब इंडियन इकोनॉमी के लिए विदेश से गुड न्यूज आई है. यूबीएस ने FY26 के लिए ग्रोथ अनुमान को 40Bps बढ़ा दिया है.
इसमें कोई 2 राय नहीं हो सकती कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अभी शुभ संकेत नहीं हैं. पर जब भारत की वर्तमान स्थिति की तुलना मनमोहन सिंह के कार्यकाल से होती है या पिछले 10 सालों में दुनिया के बड़े देशों की इकॉनमी का हाल देखते हैं तो क्या समझ में आता है , आइये देखते हैं...
भारतीय अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2026 में भी ये जारी रहेगी.3 जून को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए विदेश से गुड न्यूज आई है
रघुराम राजन ने वैश्विक अनिश्चितताओं को भारत की वृद्धि की गति में रुकावट लाने वाला एक बड़ा कारण बताया. उन्होंने विशेष रूप से अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी और टैरिफ को लेकर बढ़ती अनिश्चितता को लेकर चिंता जताई. साथ ही कहा कि कुछ धीमापन आने वाला है.
अमिताभ कांत बोले- 2047 तक भारत होगा $30 ट्रिलियन की इकोनॉमी
Stock Market में सोमवार को तेज गिरावट देखने को मिली और सेंसेक्स-निफ्टी खुलने के साथ ही बिखर गए. बड़ा सवाल ये है कि चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े उम्मीद से बेहतर होने के बावजूद बाजार में राहत नहीं मिली है.
भारत के चौथी तिमाही के GDP का आंकड़ा जारी हो चुका है. वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में भारत की रीयल जीडीपी ग्रोथ रेट 7.4 प्रतिशत रहा है. जबकि वित्त वर्ष 2024-25 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद 6.5% की वृद्धि दर दर्ज की गई है.
भारत क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, 2025 के लिए 6.2 प्रतिशत और 2026 में 6.3 प्रतिशत पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा अनुमानित जीडीपी विस्तार के साथ विकास का प्राथमिक इंजन बनने के लिए तैयार है.
Pakistan में क्यों बढ़ रही इतनी गरीबी? World Bank ने किया बड़ा खुलासा