जीडीपी (GDP) यानी सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) किसी देश की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख संकेतक है. यह एक निश्चित समय अवधि (आमतौर पर एक वर्ष या तिमाही) में किसी देश में उत्पन्न सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य (Total Monetary Value) को दर्शाता है.
जीडीपी के मुख्य घटक होते हैं- निजी उपभोग (Private Consumption - C)- जनता द्वारा खरीदी गई वस्तुएं और सेवाएं. निवेश (Investment - I)- कंपनियों द्वारा मशीनरी, भवन, फैक्ट्री आदि में किया गया निवेश और सरकारी व्यय (Government Spending - G): सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर खर्च.
India-US Trade Deal को लेकर विदेशी ब्रोकरेज हाउस नोमुरा ने बड़ी बात कही है. ताजा नोट में 20% US Tariff से लेकर आरबीआई द्वारा Repo Rate में 25 पॉइंट की कटौती का अनुमान भी जताया गया है.
भारतीय अर्थव्यवस्था को रोकने के लिए ट्रंप ने चाल चली थी, उसे सरकार ने अपने प्लान-बी से फ्लॉप कर दिया, और भारतीय अर्थव्यवस्था तेज गति से बढ़ती जा रही है. इसी कड़ी में दूसरी तिमाही में जीडीपी के आंकड़े ट्रंप की दबाव नीति को करारा जवाब है.
GDP Impact On Share Market: भारत की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़ों ने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया, तो वहीं इसका असर सीधे भारतीय शेयर बाजार पर भी तेजी के रूप में देखने को मिला है.
From Boom to Bust:: अब चीन संकट में है, रियल एस्टेट ने बेचैन कर गिया है, तरक्की की रफ्तार थम-सी गई है. क्योंकि जो रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) 20 वर्षों तक देश की आर्थिक मशीनरी का मुख्य इंजन रहा, वो अब हांफ रहा है.
Stock Market: अब जीडीपी के आंकड़ों ने सबको चौंका दिया है तो फिर सोमवार को बाजार भी लोगों का सरप्राइज कर सकता है. क्योंकि दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ के आंकड़े पिछले 6 तिमाही में सबसे ज्यादा है.
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था ने उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद 8.2 प्रतिशत बढ़ा जो पिछले साल की तुलना में काफी उच्च रहा. यह तेजी दर्शाती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि काफी मजबूत है और निरंतर विकास के रास्ते पर है.
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था ने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए तेजी से बढ़ी है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में वास्तविक जीडीपी 8.2% बढ़ी, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 5.6% से काफी अधिक है.
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 8.2% की रफ्तार से दौड़ी इंडियन इकोनॉमी, उम्मीद से बेहतर रहा प्रदर्शन
GDP में उछाल के कई कारण हैं, जिसमें से GST रिफॉर्म को एक महत्वपूर्ण माना जा सकता है. दरअसल तमाम ग्लोबल और डोमेस्टिक रेटिंग एजेंसियों ने दूसरी तिमाही में 7.0 से 7.3% तक जीडीपी ग्रोथ रहने का अनुमान लगाया था. लेकिन सभी अनुमान से बेहतर जीडीपी के आंकड़े आए हैं.
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने भारत की जीडीपी को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि वित्त वर्ष 29 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी तक पहुंच सकता है.
Ayodhya GDP Rise: अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद से पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने के साथ ही स्थानीय रोजगार को भी बड़ा सपोर्ट मिला है और इसका असर अयोध्या की जीडीपी में बढ़ोतरी के रूप में दिख रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या के राम मंदिर पहुंचे और इसके शिखर पर धर्मध्वज फहराया. इस मौके पर आपको बता दें कि राम मंदिर बनने के बाद से ही उत्तर प्रदेश की इकोनॉमी में अयोध्या की जीडीपी का योगदान बढ़ता जा रहा है.
Indian Economy को लेकर जहां दुनियाभर की रेटिंग एजेंसियों का भरोसा कायम है, तो वहीं दिग्गज अर्थशास्त्री भी इसे नंबर-1 करार दे रहे हैं. कोरोना के बाद रिकवरी के मामले में भारत ने सभी को चौंकाया है.
Indian Economy Growth Story: भारतीय अर्थव्यवस्था इस समय ऐसे मोड़ पर खड़ी है, जहां चुनौतियां भी हैं और बड़े मौके भी. दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाएं धीमी हो रही हैं, लेकिन भारत अभी भी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.
इंडियन इकोनॉमी के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं. जहां मूडीज ने Indian Economy की तेज रफ्तार बरकरार रहने की बात कही है, तो वहीं देश में महंगाई रिकॉर्ड लो-लेवल पर आ गई है.
अमेरिकी कंपनी Apple की मार्केट वैल्यू पहली बार करीब 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (352 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंची है और ऐसा करने वाली वह तीसरी कंपनी है. ऐपल की मार्केट वैल्यू भारत की जीडीपी के बराबर पहुंच गई है. ऐपल ने यह मुकाम न्यू iPhone 17 लाइनअप की पॉपुलैरिटी के बाद हासिल की है.
Apple का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर (352 लाख करोड़ रुपये) पार कर भारत की GDP के बराबर पहुंचा. iPhone 17 और iPhone Air की मजबूत सेल्स ने कंपनी को इस ऊंचाई पर पहुंचाया. Nvidia और Microsoft के बाद Apple तीसरी कंपनी बनी.
Indian Economy को लेकर विदेशों से लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं. पहले जहां विश्व बैंक ने भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाया, तो वहीं अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे तेज इकोनॉमी में बना रहेगा.
World Bank, Deloitte और अब IMF — तीनों ने भारत की आर्थिक रफ्तार पर भरोसा जताया है. IMF की रिपोर्ट के मुताबिक FY2025-26 में India की GDP Growth 6.6% रहेगी, जिससे भारत दुनिया की fastest growing economy बना रहेगा. चीन से भी आगे रहेगी भारतीय इकोनॉमी.
IMF Warning On Tariff: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने टैरिफ को लेकर अलर्ट किया है और इसे ग्लोबल विकास में एक बड़ी बाधा बताया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन और कनाडा ने इसका ज्यादा इस्तेमाल किया है.
Indian Economy को लेकर IMF पॉजिटिव बना हुआ है. इसकी चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बताया, तो इसके तुरंत बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत के ग्रोथ रेट अनुमान को बढ़ाकर गुड न्यूज दी है.