महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में स्थित गणपतीपुले मंदिर भगवान गणेश को समर्पित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. यह मंदिर समुद्र के किनारे स्थित होने के कारण अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह सिर्फ पूजा का स्थान नहीं, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत भी है (Ganpatipule Temple, Maharashtra).
माना जाता है कि गणपतीपुले मंदिर में विराजमान भगवान गणेश की मूर्ति स्वयंभू है, यानी यह मूर्ति प्राकृतिक रूप से प्रकट हुई थी. इसका इतिहास कई सदियों पुराना है. मंदिर में भक्त विशेष रूप से सिद्धिविनायक रूप के गणेश जी की पूजा करते हैं. यहां प्रतिवर्ष गणेश चतुर्थी और अन्य प्रमुख हिन्दू त्योहारों के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
गणपतीपुले मंदिर का वातावरण बेहद शांत और मनमोहक है. समुद्र की लहरों की आवाज और हरियाली से घिरे इस मंदिर के आसपास का दृश्य श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव कराता है. मंदिर के निकट ही समुद्र तट है, जहां लोग पूजा के बाद समय बिता सकते हैं और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं. यहां की साफ-सुथरी रेत और नीला समुद्र मन को अत्यंत प्रसन्न करते हैं.
इसके अलावा, गणपतीपुले मंदिर पर्यटन के लिहाज से भी प्रसिद्ध है. यहां आने वाले लोग मंदिर दर्शन के साथ-साथ आसपास के रत्नागिरी के अन्य आकर्षण जैसे पालघर बीच, अष्टविनायक यात्रा और स्थानीय बाजारों का भी आनंद लेते हैं. मंदिर के आसपास अनेक छोटे-छोटे धर्मशालाएं और होटल भी हैं, जो तीर्थयात्रियों के ठहरने की सुविधा प्रदान करते हैं.