दिल्ली में एक राउंड मेगा मीटिंग के बाद भी किसानों के हाथ खाली हैं. सरकार के हाथ भी एक दिसंबर की मीटिंग में कुछ खास नहीं लगा है. ऐसे में सबकी नजरें 3 तारीख को होने वाली बैठक पर हैं. किसानों का जो रुख है, उससे नहीं लगता कि 3 दिसंबर की मीटिंग सरकार के लिए आसान होने जा रही है. वहीं सरकार का अब तक जो रुख सामने आया है, उससे यही लग रहा है कि किसानों के लिए भी आगे का रास्ता अभी लंबा है. ऐसे में सवाल है कि कृषि कानून पर बना गतिरोध आखिर कैसे खत्म होगा? सरकार कैसे इस मसले से अपनी गर्दन बचाएगी? देखिए तेज मुकाबला.