औलाद नालायक हो सकती है, लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती- इस कहावत को झुठलाते हुए एक कलियुगी मां अपनी मासूम बच्ची को ट्रेन की पटरी पर फेंककर फरार हो गई.