एस्ट्रो अंकल आज आपको बताएंगे भैरव अष्टमी के महत्व के बारे में... 10 नवंबर, शुक्रवार को भैरव जयंती है, शुक्रवार को बुध का आश्लेषा गंडमूल नक्षत्र है, राहु चंद्रमा की कर्क राशि में है, केतु मकर राशि में है. काल भैरव अष्टमी पर शिवजी और काल भैरव जी की पूजा की जाती है, काल भैरव शिव जी का ही रूप है, भैरव जी का वाहन कुत्ता