iPhone 13 सीरीज में वैसे तो इस बार कुछ ऐसा ग्राउंड ब्रेकिंग नहीं है. लेकिन फिर भी हमने ऐसे कुछ फीचर्स सेलेक्ट किए हैं जो शायद दूसरे स्मार्टफोन्स में देखने को नहीं मिलेंगे. आम तौर पर जो भी फीचर्स ऐपल लेकर आता है वो फुल प्रूफ होते हैं और बिना किसी लैग के काम करते हैं.
प्रो रेज कैमरा
iPhone 13 Pro और iPhone 13 Pro Max में प्रो रेज फीचर दिया गया है. ये दरअसल एक कैमरा फीचर है. कंपनी ने कहा है कि इसका फायदा फिल्म मेकर्स को मिलेगा. इस फीचर के तहत 30fps में 4K प्रो रेज रिकॉर्डिंग हो सकती है और यहां डॉल्बी विजन 4K एचडीआर का सपोर्ट भी है.
प्रो रेज एक तरह का ऐपल का वीडियो कोडेक है जो हाई एंड प्रोफेशनल कैमरा में यूज किया जाता है. प्रोफेशनल लेवल एडिटिंग में भी इसका फायदा देखने को मिलेगा.
सिनेमैटिक मोड
iPhone 13 सीरीज के चारों स्मार्टफोन्स में सिनेमैटिक मोड दिया गया है. ये एक ऐसा फीचर है जो मोबाइल फूटेज को किसी फिल्म के किसी सीन की तरह बना सकता है. इस मोड में प्रोफेशनल कैमरे वाले फीचर्स दिए गए हैं. वीडियो में सबजेक्ट के हिसाब से खुद से फोकस शिफ्ट हो सकता है.
अब वीडियो बनाते समय आप किसी को चाहें तो बैकग्राउंड ब्लर कर सकते हैं. इसके अलावा आप मैनुअली किसी एक सब्जेक्टे से दूसरे सब्जेक्ट पर फोकस शिफ्ट कर सकते हैं.
क्या आने वाले समय में फिल्म मेकर्स इस फोन को फिल्म शूट करने के लिए कितना इस्तेमाल करते हैं ये देखने वाली बात होगी.
सिरैमिक शील्ड
डिजाइन में भले ही कुछ नया न हो, लेकिन iPhone 3 Pro और 13 Pro max में सेरेमिक शील्ड की प्रोटेक्शन दी गई है. कंपनी का दावा है कि ये किसी भी दूसरे स्मार्टफोन के ग्लास से मजबूत है. कंपनी के मुताबिक ये ड्रॉप परफॉर्मेंस में शानदार काम करता है यानी फोन गिर जाए तो टूटने के चांस कम हैं. हालांकि ब्रेक प्रूफ फोन नहीं है.
चिपसेट
ऐपल ने दावा किया है कि A15 बायोनिक चिपसेट किसी भी स्मार्टफोन में दिया जाने वाला सबसे पावरफुल चिपसेट है. इसे 4nm प्रोसेस पर बनाया गया है और इसमें 15 बिलियन ट्रांसिस्टर्स लगे हैं.
A15 में दो हाई परफॉर्मेंस कोर्स दिए गए हैं और चार इफिशिएंसी कोर्स हैं. इस चिपसेट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नए ग्राफिक्स केपेब्लिटीज भी हैं.
फिल्म मेकर्स को iPhone 13 Pro से काफी काम आसान हो सकता है. प्रो रेज कैमरा और सिनेमैटिक मोड की वजह से छोटे फिल्म और डॉक्यूमेंटरी मेकर्स का काम काफी आसान हो जाएगा. क्योंकि शूट करके प्रोफेशनल फॉर्मेट में एडिटिंग आसान होगी.
कुल मिला कर इस बार कंपनी कैमरे पर ज्यादा फोकस रखा है. इन सब के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग को लेकर भी कंपनी ने काफी फोकस रखा है. लेकिन असल जिंदगी में इनका यूज केस क्या होगा ये फोन रिव्यू करने के बाद ही समझ आएगा.