iPhone 13 सीरीज लॉन्च किए जा चुके हैं. कँपनी ने टोटल चार नए आईफ़ोन लॉन्च किए हैं. सोशल मीडिया से लेकर एक्सपर्ट्स ये कह रहे हैं कि इस बार कंपनी कुछ नया लेकर नहीं आई है.
दरअसल डिज़ाइन पुराना ही है, सिर्फ़ कैमरा की प्लेसमेंट अलग है, मॉड्यूल पहले जैसा ही है. कुछ ऐसे फ़ीचर्स भी दिए गए हैं जिसे कंपनी ने काफ़ी बढ़ा चढ़ा कर पेश किया है. लेकिन इस तरह के फ़ीचर्स पहले से दूसरे स्मार्टफोन्स में दिए जाते रहे हैं.
ऐपल ने कहा है कि इस बार कंपनी ने अपने प्रो मॉडल्स में सुपर रेटिना एक्सडीआर डिस्प्ले दी गई है. दरअसल ये कंपनी के पेटेंट टेक का नाम है. डिस्प्ले वाक़ई में ओलेड ही मिलेगी जैसा दूसरे फ़्लैगशिप में मिलती है.
ऐपल के मुताबिक़ प्रो मॉडल्स में प्रो मोशन दिया गया है जो 10Hz से 120Hz तक जाता है. यानी अगर कोई ऐप हाई रिफ़्रेश रेट पर काम करता है वहाँ ये हाई रिफ़्रेश रेट काम करेगा, जबकि नॉर्मल यूजकेस में ये 10Hz तक जा सकता है.
ये फ़ीचर भी एंड्रॉयड फ्लैगशिप्स में दिए जा रहे हैं. इन्हें कुछ कंपनियाँ ऐडेप्टिव रिफ़्रेश रेट कहती हैं. यानी यहां भी ऐपल थोड़ा लेट है. स्टोरेज की बात करें तो इस बार 1TB की स्टोरेज दी गई है. दूसरे एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में भी आपको 1TB की स्टोरेज मिल जाएगी.
ओलेड पैनल पहले से ही दूसरे स्मर्टफोन्स में दिए जा रहे हैं. हालाँकि कुछ फ़ीचर्स ऐसे ज़रूर हैं जो नए आईफ़ोन में ही हैं. उदाहरण के तौर पर कैमरे में सिनेमैटिक मोड दिया गया है और प्रो रेज कोडेक सपोर्ट दिया गया है.
इनके अलावा इस बार के आईफ़ोन्स में ऐसा कुछ भी नहीं है जो दूसरे स्मार्टफोन्स में नहीं मिलता है. सॉफ़्टवेयर फ़्रंट पर बात करें तो iOS 15 में भी इस बार कुछ ग्राउंड ब्रेकिंग नहीं है.
एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के तर्ज़ पर पिछली बार ही कंपनी ने विजेट फ़ीचर दिया था जिसे इस बार इंप्रूव किया गया है. हालाँकि इन सब के बावजूद टिम कुक ने नए आईफ़ोन को अब तक का सबसे पावरफुल स्मार्टफ़ोन बताया है.
नए आईफ़ोन के सभी मॉडल्स में 5G सपोर्ट मिलता है, लेकिन भारत में फ़िलहाल 5G उपलब्ध नहीं है, तो फ़िलहाल य भारत के लिए कोई ख़ास यूज का नहीं है.
इस बार उम्मीद थी की कंपनी ऑलवेज ऑन डिस्प्ले लेकर आएगी जो एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में सालों से दिया जा रहा है. ये भी कहा जा रहा था कि अंडर डिस्प्ले फ़िंगरप्रिंट स्कैनर दिया जाएग, लेकिन ये दोनों ही फ़ीचर्स इस बार भी कंपनी ने नहीं दिया है.