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Fake News को लेकर बेहद नाराज सरकार, टेक कंपनियों से चाहती है कड़े एक्शन

Fake News को लेकर सरकार ने टेक कंपनियों को सख्त संदेश दिया है. रिपोर्ट्स की मानें सरकार टेक कंपनियों से कंटेंट मॉडिरेशन को लेकर बड़े एक्शन चाहती है. सरकार ने इसे लेकर टेक कंपनियों के साथ एक मीटिंग भी की है.

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Fake News
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • Fake News को लेकर सरकार हुई सख्त
  • दिग्गज टेक कंपनियों से चाहती है कड़े एक्शन
  • सोमवार को हुई है आईबी मिनिस्ट्री की बैठक

Fake News को लेकर भारत सरकार सख्त कदम उठा रही है. रिपोर्ट्स की मानें तो भारत सरकार के अधिकारियों ने Google, Twitter और Facebook के साथ बातचीत में कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. अधिकारियों का कहना है कि Google, Facebook और Twitter अपने प्लेटफॉर्म से Fake News को हटाने के लिए पूरी सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं. 

सरकार ने दिया सख्त संदेश

Ministry of Information and Broadcasting के अधिकारियों ने दिग्गज टेक कंपनियों की आलोचना की है. रिपोर्ट्स के मानें तो सूत्रों ने बताया है कि Fake News को लेकर कंपनियों की निष्क्रियता के कारण भारत सरकार को कंटेंट हटाने का आदेश देना पड़ रहा है, जिसके बाद अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर अथॉरिटीज की अंतरराष्ट्रीय आलोचना हो रही है.

सूत्रों की मानें तो यह मीटिंग सोमवार को वर्चुअली हुई है. रिपोर्ट में इस चर्चा को तनावपूर्ण बताया गया, जिसके बाद भारत सरकार और अमेरिकी टेक कंपनियों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है. हालांकि, अधिकारियों ने कंपनियों को कोई अल्टीमेटम जारी नहीं किया है. सरकार टेक सेक्टर के रेगुलेशन को और भी सख्त कर सकती है, लेकिन वह टेक कंपनियों से कंटेंट मॉडरेशन पर और ज्यादा काम चाहती है. 

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बैन किए जा चुके हैं कई अकाउंट्स

Ministry of Information and Broadcasting की यह बैठक दिसंबर और जनवरी में इस्तेमाल की गई emergency powers के फॉलो के तौर पर हुई थी. बता दें कि पिछले दो महीनों में सरकार ने 55 YouTube चैनल्स के साथ कई Twitter और Facebook अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था. 

अपने आदेश में सरकार ने कहा था कि इन चैनल्स का इस्तेमाल Fake News और भारत के खिलाफ जानकारी फैलाने में किया जा रहा है. ये सभी अकाउंट्स पाकिस्तान के बाहर से यूज किए जा रहे थे. इन चैनल्स पर 1.2 करोड़ सब्सक्राइबर्स और 130 करोड़ से ज्यादा व्यूज थें. 

 

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