Google ने Chrome को लेकर एक क्रिटिकल सिक्योरिटी रिस्क को कन्फर्म किया है. गूगल ने Chrome यूजर्स को इसे लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट कर लेने के लिए कहा है. इस लूपहोल की वजह से हैकर्स इसका फायदा उठा सकते थे.
इसे गूगल ने नए अपडेट के साथ फिक्स कर दिया है. इस वल्नेरिबिलिटी के बारे गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है. इसे CVE-2021-37973 नाम दिया गया है. इस सिक्योरिटी लैप्स की वजह से Linux, macOS और Windows क्रोम यूजर्स प्रभावित हो सकते थे.
प्रोटेक्शन के लिए इसके अपडेट को जारी किया गया है. कंपनी क्रोम के स्टेबल चैनल 94.0.4606.61 को Windows, Mac और Linux के लिए जारी कर रही है. इस सिक्योरिटी रिस्क को जीरो-डे वल्नेरिबिलिटी कहा गया है.
इसका मतलब इसे जब तक फिक्स किया गया तब तक इसका हैकर्स फायदा उठा सकते थे. इसको लेकर गूगल ने अपने ब्लॉग में कन्फर्म किया है. इस तरह के सिक्योरिटी फ्लोज काफी खतरनाक होते हैं. ये रेगुलर सिक्योरिटी लूपहोल की तरह नहीं होते हैं.
गूगल ने इसको लेकर ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की है. इसकी वजह ये मानी जा रही है कि हैकर्स जिन्हें इसके बारे में पता नहीं है वो इसका फायदा नहीं उठा सके. इसको लेकर ज्यादा डिटेल्स गूगल की ओर तब जारी किया जा सकता है जब काफी क्रोम यूजर्स इसे अपडेट कर लें.
यूजर्स गूगल क्रोम को अपडेट जल्द से जल्द अपडेट कर लें. इसके वर्जन को चेक करने के लिए आपको क्रोम के सेटिंग में जाकर हेल्प पर जाना होगा. यहां पर About Google Chrome में आपको क्रोम का वर्जन पता चल जाएगा. अगर आपका क्रोम वर्जन 94.0.4606.61 या उससे ज्यादा है तो ये ठीक है. अगर वर्जन इससे कम है तो जल्दी इसे अपडेट कर लें.