दुनिया के पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और मैसेंजर की सेवाएं भारत समेत दुनियाभर में 6 घंटों तक बंद रहीं. इसके चलते यूजर्स को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा. फिलहाल तीनों मेजर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने काम करना शुरू कर दिया है.
ये तीनों प्लेटफॉर्म्स फेसबुक के अंदर आते हैं. फिलहाल कंपनी ने साफ नहीं किया है प्लेटफॉर्म्स की सेवाएं किस वजह से बंद रहीं. लेकिन, कुछ साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये दिक्कत BGP और DNS की हो सकती है.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि फेसबुक की सभी सर्विसेज BGP की वजह से डाउन रही हों. BGP यानी बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल. बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल के बारे में बात करें तो ये इंटरनेट का रूटिंग प्रोटोकॉल होता है. ये दरअसल इंटरनेट ट्रैफिक डिलिवर करने के लिए अलग अलग रूट्स का इस्तेमाल करता है.
क्लाउडफेयर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के मुताबिक फेसबुक का बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल फेसबुक के लिए इंटरनेट ट्रैफिक डिलिवर करने के लिए बेस्ट रूट तय करता है और यही बीजीपी इंटरनेट से हटा लिया गया था. हालांकि, ऐसा क्यों हुआ इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई.
क्या है DNS?
DNS के बारे में बात करें तो आप इसे इंटरनेट के बैकबोन की तरह समझ सकते हैं. दरअसल आप अपने कंप्यूटर में जब कोई वेबसाइट ओपन करते हैं तो DNS आपके ब्राउजर को ये बताता है कि किसी भी वेबसाइट की आईपी क्या है. हर वेबसाइट की अपनी आईपी होती है.
फेसबुक के केस में DNS आपके ब्राउजर को जानकारी देता है कि फेसबुक की आईपी क्या है. ऐसे में फेसबुक का अगर रिकॉर्ड DNS डेटाबेस से मिट जाता है तो आप और आपका कंप्यूटर ये नहीं जान पाएंगे कि फेसबुक क्या है और इसे ऐक्सेस भी नहीं कर पाएंगे.
एक तरह से DNS बताता है कि आप कहां जा रहे हैं और BGP बताता है कि आप वहां कैसे पहुंचे. यानी BGP के एरर DNS रिक्वेस्ट में भी दिक्कत कर सकते हैं और इन्हीं वजहों से एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि फेसबुक के मेजर प्लेटफॉर्म्स में आई दिक्कत BGP या DNS की रही हो.