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ना ज्यादा मेहनत, ना फसल की बर्बादी, भारतीय किसानों के लिए यूजफुल हैं ये 5 गैजेट

किसान और उनकी खेती में काम आने वाले खास गैजेट के बारे में बताने जा रहे हैं. ये गैजेट ना सिर्फ ज्यादा मेहनत से बचाते हैं बल्कि यह फसल को भी सुरक्षित रखते हैं. इसमें कई काम ऑटोमैटिक होंगे. इन गैजेट को किफायती कीमत में खरीदा जा सकता है. आइये इनके बारे में जानते हैं.

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हाईटेक तरीके से खेती करने में किसान को काफी फायदा होगा. (Photo: AI Generated)
हाईटेक तरीके से खेती करने में किसान को काफी फायदा होगा. (Photo: AI Generated)

भारतीय किसानों को अच्छी फसल के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. दिन-रात खेतों की निगरानी, समय पर खाद और पानी आदि डालना होता है. आज भारतीय किसानों के काम आने वाले कुछ खास गैजेट और टूल्स के बारे में बताने जा रहे हैं. इनकी मदद से किसानों भाइयों को आराम और अच्छी पैदावार दोनों मिलेंगी. 

सबसे पहले तो एग्रीकल्चरल ड्रोन के बारे में बताते हैं. इंडियामार्ट समेत कई ऑनलाइन पोर्टल पर ये ड्रोन मिल जाते हैं. ये ड्रोन खेतों में अलग-अलग टास्क करने में सक्षम होते हैं, जैसे कीटनाशक छिड़कना, निगरानी करना आदि. 

एग्रीकल्चरल ड्रोन कीमत

खेती-बाड़ी में यूज होने वाले ड्रोन अलग-अलग प्राइस सेगमेंट में मिलते हैं. इंडियामार्ट पर ये कीमत 40 हजार रुपये से शुरू होती है. ड्रोन की कीमत टैंक, बैटरी कैपिसिटी पर बेस्ड होती है. हालांकि ड्रोन इंडस्ट्री में DJI एक बड़ा नाम है, जिसका एग्रीकल्चर ड्रोन भी आता है और उसकी कीमत 13 लाख रुपये है. 

ड्रोन की मदद से खेतों में कीटनाशक छिड़का जाता है. (Photo: AI Generated)

खेतों के लिए Soil Moisture Sensor

अच्छी फसल के लिए मिट्टी का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है. ऐसे में बाजार में कई एडवांस्ड सेंसर आ गए हैं. ऑनलाइन और ऑफलाइन बाजार में ढेरों Soil Moisture Sensor आ चुके हैं, जिन्हें आप यूज कर सकते हैं. 

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Soil Moisture Sensor की मदद से पानी भी बचता है और पौधे भी नहीं सूखते हैं. (Photo: AI Generated)

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ये सेंसर एक पूरे सेटअप के साथ आते हैं, जिनमें से कुछ खेत की मिट्टी में लगने वाले सेंसर होते हैं और कुछ मोटर को कंट्रोल करने वाले टूल्स होते हैं. जैसे ही खेत की मिट्टी सूखने लगती है सेंसर तुरंत मोटर पर लगे टूल्स को कमांड देते हैं, इससे मोटर पंप ऑन हो जाता है. फिर खेतों में पानी आना शुरू हो जाता है. पानी का पंप खुद ब खुद बंद भी हो जाता है. 

मिट्टी की नमी को जांचने वाले सेंसर ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्केट से खरीदे जा सकते हैं. बाजार में ये सेंसर 5 हजार रुपये की शुरुआती कीमत में मिल जाते हैं. इन्हें इंस्टॉल करना या सेटअप करना बहुत ही आसान है. 

सोलर पावर पर चलने वाली मोटर 

खेती के लिए सोलर पावर पर चलने वाली मोटर्स का यूज किया जा सकता है. ऐसे में आपको भारी बिजली बिल और हाई मेंटेनेंस का सामना नहीं करना पड़ेगा. सोलर पैनल को खेत में कहीं भी लगा सकते हैं, जो मोटर को पावर देगा.

Solar पावर से मोटर पंप चलाने पर पावर सेविंग होगी. (Photo: AI Generated)

बाजार से आप सोलर पैनल और उसपर चलने वाले मोटर पंप को खरीद सकते हैं. सोलर पैनल और मोटर पंप का खर्चा करीब 80 हजार रुपये से 1 लाख रुपये के बीच आ सकता है. 

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खेती के लिए स्मार्ट इंटीग्रेशन सिस्टम 

एग्रीकल्चर में यूज होने वाले गैजेट को ऑटोमैटिक कंट्रोल करने के लिए स्मार्ट इंटीग्रेशन सिस्टम भी मिलता है. इसकी मदद से खेतों में सप्लाई ऑटोमैटिक होगी, कीटनाशक के छिड़काव का रिमाइंडर भी मिलेगा. 

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ट्रैक्टर में GPS लगाकर उसे ट्रैक कर सकते हैं. (Photo: AI Generated)

मशीनों और ट्रैक्टर में लगाएं GPS 

ग्लोबल पॉजिशनिंग सिस्टम (GPS) ट्रैकर बाजार में आसानी से मिल जाते हैं.  आप अपने ट्रैक्टर और अन्य व्हीकल में GPS यूज कर सकते हैं. ऐसे में आप ट्रैक्टर या अन्य व्हीकल को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं. उसे चोरी होने से भी बचा सकते हैं. 

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